कैमरे में दिखा था चोरी करते नाबालिग हिरासत में आने पर कबूला भाई-जीजा ने तोड़ा था ताला
उज्जैन। डायग्नोस्टिक सेंटर में हुई चोरी की वारदात में शामिल नाबालिग को पुलिस ने 9 दिन बाद हिरासत में लिया तो उसने भाई-जीजा के शामिल होने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर चोरी किया मोबाइल, 9 हजार रूपये नगद और अप्रैल माह में चोरी की गई बाइक जप्त की है। माधवनगर थाना प्रभारी राकेश भारती ने बताया कि 11 जून की रात थाना क्षेत्र के अरिहंत डायग्नोस्टिक सेंटर का ताला तोड़कर अज्ञात बदमाशों ने सेमसंग कंपनी का मोबाइल और हजारों रूपये नगद चोरी कर लिये थे। मामले की शिकायत डॉ. रूचिर जैन ने थाने आकर दर्ज कराई। पुलिस ने डायग्नोस्टिक सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे तो एक नाबालिग वारदात करता दिखाई दिया। जिसकी पहचान और गिरफ्तारी के लिये एएसआई सलीम खान, आरक्षक संदीपसिंह, अविनाश, अमरनाथ की टीम बनाई। 9 दिन की तलाश के बाद गोपालपुरा क्षेत्र से नाबालिग को हिरासत में लिया गया। जिससे पूछताछ करने पर चोरी का खुलासा हो गया, वहीं वारदात में उसके साथ सेंटर का ताला तोड़ने वालों में भाई गोर्वधन सोलंकी और जीजा लखनदास बैरागी निवासी कोढ़िया बस्ती के शामिल होने की जानकारी सामने आ गई। दोनों को गिरफ्तार करने पर अप्रैल माह में ऋषिनगर से चोरी की गई बाइक भी बरामद हो गई। तीनों की निशानदेही पर डायग्नोस्टिक सेंटर से चोरी किया मोबाइल, 9 हजार रूपये नगद और चोरी की बाइक मिलने पर प्रकरण दर्ज करते हुए तीनों को गुरूवार दोपहर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से भाई-जीजा को केन्द्रीय भैरवगढ़ जेल और नाबालिग को बाल संप्रेक्षणगृह भेजा गया है। मामले में एएसआई सलीम खान ने बताया कि चोरी में गिरफ्तार किये गये गोरधन के खिलाफ पूर्व में 5 अपराध दर्ज है, वहीं लखन पहले आधा दर्जन से अधिक चोरी और अन्य अपराधिक मामले शामिल रह चुका है।