इंदौर में कैट के रिसर्च स्काॅलर को डिजिटल अरेस्ट कर 99 हजार वसूले

 

अनजान नंबर से आया था कॉल, चंगुल में फंसे अफसर को पार्सल में फर्जी पासवर्ड और ड्रग्स के पैकेट के नाम से धमकाया

इंदौर। राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र के रिसर्च स्काॅलर साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस गए। शातिर अपराधियों ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर 99 हजार रुपये वसूल कर लिए।
शक होने पर स्काॅलर ने गूगल से जानकारी निकाली तो धोखाधड़ी का पता चला। साइबर एक्सपर्ट ने आरोपियों के मोबाइल की जानकारी निकाल ली है। उन खातों को फ्रीज कर दिया जिनमें रुपये ट्रांसफर हुए थे।
एडिशनल डीसीपी जोन-1 आलोक शर्मा के मुताबिक धोखाधड़ी जयंत भट्टाचार्य के साथ हुई है। जयंत आरआर कैट में रिसर्च स्काॅलर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 8 जून को अनजान नंबर से कॉल आया था।
आरोपियों ने कहा कि वह मुंबई एयरपोर्ट से बात कर रहे हैं। उनके नाम का एक पार्सल मिला है जो सेडेक्स कोरियर से भेजा गया था। आरोपियों ने कहा कि कोरियर में फर्जी पासपोर्ट, ड्रग्स के पैकेट हैं।
इस मामले में गिरफ्तारी और जेल भी हो सकती है। आरोपियों ने जयंत को भयभीत किया और कहा कि केस के सिलसिले में नारकोटिक्स विभाग से बात करनी होगी।
आरोपियों ने स्काइप काॅल से जोड़ा और कहा कि खातों में अवैध लेनदेन हुआ है। खातों का सत्यापन करने के लिए एक अन्य खाते में 99 हजार रुपये जमा करवा लिए।
इस पर जयंत को शक हुआ तो उन्होंने गूगल सर्च इंजिन से जानकारी निकाली तो पता चला सेडेक्स कोरियर के नाम से ठगी होती है।
उसने तुरंत फोन काटा और पुलिस को शिकायत की। एडीसीपी के मुताबिक जिस नंबर से काॅल आया वो वी पद्मावति के नाम से है। पुलिस ने खातों को भी फ्रीज करवा दिया है।