महाकाल की सवारी में पालकी ऊंची करने ट्रेक्टर व बैलगाड़ी में निकालने का सुझाव-मन्दिर प्रबंध समिति की बैठक में सांसद फिरोजिया से लेकर कई जनप्रतिनिधि ने कहा
दैनिक अवंतिका उज्जैन। श्रावण-भादो मास में निकलने वाली महाकाल की सवारी में पालकी की ऊंचाई बढ़ाने से लेकर ट्रेक्टर और बैलगाड़ी पर निकालने जैसे सुझाव शनिवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में आए।
बैठक में सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि ट्रेक्टर को सजाधजा कर ट्रेक्टर में सवारी निकाली जाए, ताकि ऊंचाई होने से सवारी मार्ग के दोनों ओर खड़े श्रद्धालुओं को आसानी से भगवान महाकाल के दर्शन हो सके। सवारी मार्ग के रूट को भी परिवर्तित किया जा सकता है। राज्यसभा सांसद उमेशनाथ महाराज ने कहा रामघाट पर महाकाल की आरती स्थल पर भीड़ नियंत्रण के लिये पास दिए जाएं। विधायक जैन ने कहा भजन मण्डली को निरन्तर आगे बढ़ाते रहे। उन्हें रूकने न दें। सवारी मार्ग में पालकी के आसपास धक्का-मुक्की न हो, यह भी सुनिश्चित किया जाये। महापौर मुकेश टटवाल एवं कलावती यादव ने कहा भजन मण्डलियों को परमिशन देते वक्त उन्हें आवश्यक उचित दिशा-निर्देश दे जिससे व्यवस्था बनी रहे। बैलगाड़ी पर महाकाल की पालकी रखी जाये, ताकि आम श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन ठीक ढंग से हो सकें। समिति सदस्य प्रदीप गुरु ने कहा पालकी को व्यवस्थित ढंग से निकलवाया जाये। पालकी में बदलाव हो ताकि पालकी ठीक ढंग से चल सके। समिति सदस्य पुजारी राम शर्मा, पुजारी आशीष गुरु आदि ने भी कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
श्रावण के पहले दिन 22 जुलाई
को ही महाकाल की सवारी
श्रावण मास के पहले दिन ही महाकाल की प्रथम सवारी 22 जुलाई को निकालेगी। श्रावण में इस बार कुल 5 सवारी तो भादो में 2 सवारी इस प्रकार कुल 7 सवारियां निकलेगी। शाही सवारी 2 सितम्बर को आएगी।
कलेक्टर ने कहा सब के सुझावों
की समीक्षा कर निर्णय लेंगे
बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सभी के सुझाव सुनने के बाद कहा कि सभी की समीक्षा कर उचित निर्णय लिया जायेगा। आम श्रद्धालुओं को बेहतर और सुव्यवस्थित ढंग से भगवान महाकाल की सवारी के दर्शन हो सकें, ऐसा प्रयास करेंगे।