गैंगरेप में सहयोगी रहे 2 आरोपित हिरासत में ताजपुर में रहने वाले दरिंदे के मकान पर चला  बुलडोजर

दैनिक अवन्तिका\ब्रह्मास्त्र उज्जै
उज्जैन। काम दिलाने का झांसा देकर आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप करने वाले एक आरोपी के मकान पर शनिवार को प्रशासन का बुलडोजर चला। दूसरे आरोपी के मकान पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी। मामले में गैंगरेप करने वाले दोनों आरोपियों को सरंक्षण देने वाले युवको को भी पुलिस ने आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया है। 19 जून की रात डिंडोरी की रहने वाली आदिवासी महिला के साथ ताजपुर स्थित पॉवर ग्रिड के पास खेत में इमरान उर्फ इम्मा और रवि ने गैंगरेप किया था। महिला अर्द्धनग्न हालत में डेढ़ किलोमीटर तक भागी थी और ग्राम जम्बुरा स्थित खदान के गड्ढे में गिर गई थी। लोगों की मदद से उसे बाहर निकाला गया था, जिसके बाद घटनाक्रम सामने आने पर पंवासा पुलिस ने रातभर दबिश देने के बाद ताजपुर के जंगल से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की घेराबंदी में दोनों घायल हुए थे। उन्हे जिला अस्पताल में भर्ती कराने के बाद पुलिस ने उनके मकानों को तोड़ने की कार्रवाई प्रशासन, ग्राम पंचायत और नगर निगम के साथ शुरू कर दी थी। शनिवार को प्रशासन और पुलिस का अमला ताजपुर पहुंचा। जहां इमरान उर्फ इम्मा के मकान पर बुलडोजर चलाया। मकान तोड़ने की कार्रवाई के बाद प्रशासन की टीम उस स्थान पर पहुंची, जहां महिला के साथ दरिंदगी की गई थी। खेत में बनी टापरी को भी जमीदोज कर दिया गया। कार्रवाई से पहले ताजपुर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। वहीं काफी लोगों की भीड़ भी जमा हो गई थी। दोनों स्थानों पर हुई कार्रवाई के दौरान 3 से 4 घंटे का समय लगा। पंवासा थाना एसएसओ रविन्द्र कटारे ने बताया कि गैंगरेप में शामिल दूसरे आरोपी रवि का मकान नगर निगम की सीमा में आगररोड पर बना है। प्रशासन की ओर से उक्त मकान की जानकारी निगम से मांगी गई है। जिसके मिलते ही उसके मकान को भी तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।
कोर्ट ने आरोपियों को भेजा पुलिस रिमांड पर
आदिवासी महिला के साथ हैवानियत करने वाले दोनों आरोपियों को जिला अस्पताल से शनिवार दोपहर डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया। पुलिस दोनों को कस्टडी में लेकर कोर्ट पहुंची। जहां से दोनों को कोर्ट ने एक दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है। पंवासा एसएचओ कटारे के अनुसार दोनों आरोपियों से घटनास्थल की तस्दक कराई जाएगी, वहीं महिला के वस्त्र जप्त करने के साथ दरिंदगी को अंजाम देने के बाद कैसे और कहां भागे थे, उसका रोड़ मेप तैयार किया जाएगा।
खेत मालिक ने दिया था दोनों को संरक्षण
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि गैंगरेप के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद सामने आया था कि उनको खेत मालिक वसीम और उसके भाई जुबेर ने संरक्षण दे रखा था। दोनों के द्वारा की गई दरिंदगी के बाद उनकी भागने में मदद की थी। उन्हे जानकारी में था कि दोनों को गलत काम किया है। बावजूद घटनाक्रम छुपाये रखा। दोनों को भी मामले में आरोपी बनाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हे भी न्यायालय में पेश किया जाएगा। दोनों से पूछताछ की जा रही है।
पति के साथ आई थी उज्जैन
बताया जा रहा है कि दुष्कर्म पीड़िता अपने पति के साथ काम की तलाश में उज्जैन आई थी। आगररोड पर उन्हे रवि मिला था, जिसने काम का झांसा दिया था और खेत में चारा काटने के साथ रहने की जगह देने की बात कहीं थी। दंपत्ति उसके साथ ताजपुर पहुंचे थे। जहां महिला को कमरे में छोड़ने के बाद उसके पति को सामान दिलाने का झांसा देकर साथ ले गये थे और दूर सूनसान क्षेत्र में छोड़ आये थे और लौटकर हैवानियत की थी। घटना के बाद पुलिस ने महिला के पति की तलाश की थी।