नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को मैदान में आना ही पड़ा

 

लोकसभा के बाद लगातार निष्क्रियता का लग रहा था आरोप

 

 

इंदौर। प्रदेश कांग्रेस में घमासान की स्थिति है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के खिलाफ शिकायतों का दौर जारी है। अनेक नेता बैठक करके इन दोनों को हटाने की मांग कर रहे हैं।
खासतौर पर उमंग सिंघार की लोकसभा चुनाव के बाद की निष्क्रियता सामने आई है। उमंग सिंघार की कार्यशाली की भी आलोचना हो रही है। शिकायतों के चलते उमंग को सक्रिय होने पर मजबूर होना पड़ा है। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है।
कांग्रेस के विधायक भी इस मामले में तैयारी कर रहे हैं। दरअसल, लोकसभा में करारी शिकस्त पाकर तिलमिलाई हुई कांग्रेस ने अब आक्रमक रवैया अपनाने की तैयारी कर ली है। सत्ता पक्ष को घेरने के लिए पार्टी ने छोटी-छोटी जानकारियां जुटाने की तरफ कदम बढ़ाए हैं।
इसके लिए प्रदेश की आम जनता और विभिन्न घोटालों से पीड़ित लोगों को भी जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक वॉट्सऐप नंबर जारी कर जनता से इस नंबर पर घोटालों से संबंधित जानकारियां शेयर करने के लिए कहा है। इसके लिए सिंघार ने एक ईमेल आईडी भी जारी किया है।
जानकारी मुहैया कराने वालों को यह भी आश्वासन दिया गया है कि उनके नाम की गोपनीयता को बनाए रखा जाएगा।

विधानसभा में हंगामे की बन रही रणनीति —
कांग्रेस इस बार विधानसभा सत्र में पूरी तैयारी से मौजूद रहने की तैयारी में है। अलग-अलग मामलों पर प्रश्नों के जरिए सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई है। स्थगन, प्रदर्शन और विधानसभा की कार्रवाई से बहिष्कार करने पर भी कांग्रेस आगे रहने वाली है।