निगमायुक्त उतरे मैदान में,देखी तंत्र की कसावट,पूछी समस्या

-पहली बारिश में जलभराव की परेशानी

-नालियों में पोलिथिन का जमाव निकला,कहीं नालियां धसी हुई मिली

उज्जैन। शनिवार शाम को शहर में हुई बारिश से कुछ क्षेत्रों में जलजमाव की परेशानी खडी हुई थी। इसे लेकर रविवार सुबह से ही नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक मैदान में उतरे और उन्होंने नगर निगम तंत्र की कसावट देखने के साथ ही आमजन से समस्या भी पूछी और निदान के लिए पहल भी की। अधिकांश स्थानों पर निचले क्षेत्र होने से परेशानी सामने आ रही है। कुछ नालियों में पालिथीन के जमाव से बहाव रूका और कुछ स्थानों पर नालियों के धसने से समस्या खडी हुई सामने आई है।

 

रविवार को ग्रांड होटल पर बाढ आपदा प्रबंधन को लेकर की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक करते हुए नगर निगम आयुक्त ने निर्देश दिए गए की बारिश के दौरान जिन क्षेत्रों में जल भराव की समस्या हो वहां पर प्रत्येक जोन के अनुसार राहत एवं बचाव कार्य समय से पूर्व सुनिश्चित रहे। रात्रिकालीन में राहत एवं बचाव कार्य करना है तो इसके लिए बैकअप टीम एवं अतिरिक्त संसाधन एवं वाहनों की सुनिश्चितता रहे । सभी अधिकारी फील्ड में उपस्थित रहेंगे साथ ही निगम कंट्रोल रूम एक्टिव रहे एवं कर्मचारियों की संख्या बढ़ाते हुए कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों का समाधान किया जाए।

समन्वय अभाव सामने रहा-

पहली बारिश में शहर के कुछ क्षेत्रों में जल जमाव की स्थिति सामने आने पर नगर निगम का स्वास्थ्य अमला रविवार को भी मैदान में उतरा। कई स्थानों पर नगर निगम के निर्माण शाखा की नजरअंदाजी के कारण समस्या बनी है लेकिन इस शाखा के कर्मचारी मैदान से गायब रहे हैं। ऋषिनगर में पेड की वजह से नाली धसने की समस्या दो वर्ष से यथावत है। स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर निर्माण शाखा को लिखकर दे चुका है उसके बावजूद इसका निदान नहीं किया गया है।

एक्टिव हुआ अमला-

रविवार सुबह से नगर निगम का स्वास्थ्य  अमला एक्टिव रहा जिन क्षेत्रों में जल जमाव होने की जानकारी सामने आई वहां कर्मचारियों ने पहुंचकर राहत कार्य किया है। ऋषिनगर क्षेत्र में नाली धसने से घरों में पानी भरने की समस्या का प्रारंभिक निदान किया गया है। इसी तरह इंदौर रोड पर महाकाल द्वार के पास भी पानी निकासी को लेकर काम किया गया है।

कंट्रोल रूम तत्परता से भूमिका निभाएं-

जल भराव एवं बाढ़ आपदा के दौरान निगम कंट्रोल रूम अपनी भूमिका तत्परता से निभाएं एवं सक्रिय रहे 24 घंटे कंट्रोल रूम पर कर्मचारी की उपस्थिति मय संसाधनों के साथ होना चाहिए। यदि आवश्यकता हो तो कंट्रोल रूम पर शिफ्ट के अनुसार कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए। रात्रि कालीन बचाव एवं राहत कार्य के लिए तैयार रहें,राहत एवं बचाव कार्य के दौरान धर्मशाला,सामुदायिक भवन को चिन्हित करना,जेसीबी,पोकलेन की व्यवस्था रखी जाए। उपायुक्त,सहायक आयुक्त अपने जोन अंतर्गत अधीनस्थों के साथ फील्ड में रहें। किसी भी प्रकार की आपदा स्थिति ना बने।

फिल्ड में जाकर देखी स्थिति-

नगर निगम आयुक्त ने रविवार सुबह जल जमाव स्थल देखने के लिए पहुंचे थे। डूब प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया जिसके अंतर्गत शांति नगर,एकता नगर,सुदर्शन नगर वार्ड क्रमांक 54 अंतर्गत आने वाली विभिन्न कॉलोनी,शिव धाम कॉलोनी का निरीक्षण करते हुए रहवासियों से चर्चा की गई चर्चा के दौरान रहवासियों द्वारा बताया गया कि जब बारिश अत्यधिक होती है एवं क्षिप्रा नदी का जलस्तर बड़े पुल से ऊपर होता है तब निचले क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न होती है। सफाई एवं सहयोग की जानकारी लेने पर रहवासियों ने  सकारात्मक जवाब देते दिए।

 

कंट्रोल रूम में शिकायत सूनी-

निगम आयुक्त श्री पाठक ने नगर निगम कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दर्ज शिकायत  पंजी को देखा गया। इसी दौरान कंट्रोल रूम पर वार्ड क्रमांक 3 यादव नगर से कुंदन माली द्वारा फोन लगाया गया । कमिश्नर ने फोन उठाते हुए संबंधित शिकायतकर्ता से बात की । अपना परिचय देते हुए शिकायत को रजिस्टर में दर्ज किया और निराकरण करने हेतु संबंधित विभाग को हस्तांतरित किया ।

समस्याग्रस्त क्षेत्र में ये पहुंचे-

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त संजेश गुप्ता, मनोज मौर्य, प्रेम कुमार सुमन,कंट्रोल रूम प्रभारी जितेंद्र श्रीवास्तव,सहायक आयुक्त प्रदीप सेन,सहायक जनसंपर्क अधिकारी विश्वास पंडिया, स्वास्थ्य अधिकारी,स्वास्थ्य, निरीक्षक उपस्थित रहें।