सूरत के बुजुर्ग श्रद्धालुओं के साथ हुई थी धोखाधड़ी भस्मारती दर्शन के नाम पर आॅनलाइन ट्रांसफर कराये थे रूपये
उज्जैन। सूरत के बुजुर्ग श्रद्धालुओं के साथ भस्मारती दर्शन कराने के नाम पर हुई धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने धारा 420 का प्रकरण दर्ज किया है। श्रद्धालुओं से आॅनलाइन रूपये ट्रांसफर कराये गये थे। आरोपी मंदिर सुरक्षा कम्पनी को कर्मचारी होना सामने आ रहा है, जिसे पूर्व में ही सुरक्षा जिम्मेदारी से हटा दिया गया था।सूरत के रहने वाले परितोष पिता महेन्द्र दवे अपने साथी मणिलाल शाह के साथ 20 जून को महाकाल दर्शन करने आये थे। उन्होने परिचित बंटी पिता मुकेश निवासी जयसिंहपुरा से भस्मारती दर्शन की कराने के लिये बुकिंग जानकारी देने को कहा। बंटी ने पवन उर्फ रोहित शर्मा को मोबाइल नबंर 7828780676 दिया। पवन शर्मा से संपर्क करने पर उसने प्रति श्रद्धालु 21 सौ रूपये देने की बात कहीं। परितोष दवे ने आॅनलाइन 42 सौ रूपये का ट्रांजेक्शन कर दिया। पवन ने उन्हे भारत माता मंदिर के पास बुलाया और कहा कि नंदी हॉल में बैठाकर दर्शन करवायेगा। तड़के जब दोनों बुजुर्ग श्रद्धालु भारत माता मंदिर पहुंचे तो पवन शर्मा उन्हे कतार में लगाकर गायब हो गया। बिना बुकिंग के उन्हे प्रवेश नहीं मिला। उन्होने पवन की तलाश की, लेकिन उसने मोबाइल भी बंद कर लिया था। परितोष दवे ने मामले की शिकायत मंदिर प्रबंध समिति से की। वहीं बंटी शर्मा अपने परिचित श्रद्धालुओं को महाकाल थाने लेकर पहुंचा, जहां परितोष दवे ने लिखित शिकायत की। चार दिन बाद महाकाल पुलिस ने मामले में बंटी शर्मा की शिकायत पर पवन शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया। बताया जा रहा है कि पवन शर्मा पूर्व में मंदिर सुरक्षा कंपनी का कर्मचारी था, जिसे श्रद्धालुओं से रूपये लेने के आरोप में सुरक्षा कंपनी से निकाल दिया गया था। मामले में महाकाल टीआई अजय वर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं के बयान दर्ज किये गये है। दर्शन के नाम पर रूपये लेने वाले की तलाश शुरू की गई है। जल्द उसे हिरासत में लिया जाएगा।