गुडगांव-लुधियाना से लौटी पुलिस टीम सट्टाकिंग का 2 दिन बढ़ा रिमांड, पंटरों को भेजा गया जेल

उज्जैन। 15 करोड़ कैश मामले में सट्टाकिंग और 2 पंटरों से रिमांड पर पूछताछ चल रही थी। उन्हे लुधियाना और गुडगांव जानकारी जुटाने के लिये ले जाया गया था। सोमवार रात टीम के लौटने पर मंगलवार को रिमांड खत्म होते ही तीनों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां सट्टाकिंग का 2 दिन रिमांड बढ़ गया, दोनों पंटरों को जेल भेज दिया गया है। 10 दिन पहले क्राइम ब्रांच और सायबर टीम ने नीलगंगा-खाराकुआ पुलिस के साथ मिलकर 19 ड्रीम्स कालोनी और मुसद्दीपुरा में दबिश देकर आॅनलाइन सट्टा गेमिंग का प्रदेश के सबसे बड़े मामले का पर्दाफाश किया था। पुलिस टीम को 15 करोड़ कैश, 41 मोबाइल और 19 लेपटॉप के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीम, उपकरण मिले थे। मामले में पंजाब लुधियाना के रहने वाले जसप्रीतसिंह, गुरप्रीत सिंह, सतप्रीतसिंह, चेतन नेगी के साथ नीमच के रहने वाले रोहित सिंह, मयूर जैन, गौरव जैन, आकाश मसीही सहित राजस्थान निम्बाहेड़ा के रहने वाले हरीश तेली को गिरफ्तार किया था। सट्टा किंग पियुष चौपड़ा ने दूसरे दिन पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। उसके घर से 15 करोड़ कैश, चांदी की सिल्लियां, विदेशी करंसी से भरे 11 बेग बरामद किये गये थे। सट्टाकिंग को छोड़ सभी 9 आरोपियों को 20 जून तक रिमांड पर लिया गया था। 20 जून को सट्टाकिंग पियुष को कोर्ट में पेश किया और उसे 25 जून तक रिमांड पर लिया गया। उसके साथ जसप्रीत सिंह और मयूर जैन की रिमांड अवधि भी 25 जून तक बढ़ाई गई थी। मंगलवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जसप्रीत और मयूर को जेल भेजा गया। सट्टाकिंग का रिमांड 2 दिन बढ़वाया गया है। अब उससे अकाउंट संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस टीम को लुधियाना और गुडगांव से कुछ खास सफलता नहीं मिल पाई है। अब तक की जांच में सट्टाकिंग का यहीं कहना है कि वह सट्टा लगता था, उसने पंटर रख रखे थे। जीत की राशि हवाला के जरिये मंगवाता था। पुलिस को हवाला से जुड़े सुराग भी नहीं मिल पाये है। सिर्फ दुबई और यूके के 2 लोगों की जानकारी मिली है, जो सट्टा किंग के संपर्क में होना सामने आये है।
मामला एक नजर में
13-14 जून की रात नीलगंगा-खाराकुआ क्षेत्र मे मारी गई दबिश।
14 जून को आईजी-एसपी ने प्रदेश के आॅनलाईन सट्टा गेमिंग का खुलासा किया।
15 जून को इनकम टैक्स की टीम जांच के लिये नीलगंगा पहुंची। रात में सट्टाकिंग ने किया सरेंडर
16 जून को एसआईटी गठित की गई, जो जांच में लगी है।
17 जून को सट्टा पंटरों ने पूछताछ की जाती रही।
18-19 जून को सायबर से जप्त मोबाइल-लेपटॉप खंगाले।
20 जून को पंटरों का रिमांड खत्म होने पर सट्टाकिंग के साथ कोर्ट में किया पेश।
21 जून को सट्टाकिंग से 15 करोड़ कैश की जानकारी ली गई।
22 जून को रिमांड पर चल रहे सट्टा किंग और पंटरों को टीम गुडगांव और लुधियान लेकर रवाना हुई।
25 को कोर्ट में पेश कर सट्टाकिंग की रिमांड अवधि बढ़वाई गई।