काल भैरव मंदिर की व्यवस्थाएं सुधरेंगी

-श्रद्धालुओं की तादाद बढी,कलेक्टर एसपी ने कालभैरव मंदिर का किया निरीक्षण

 

-श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के दिए निर्देश

 

उज्जैन। भगवान श्री महाकालेश्वर के कोतवाल श्री काल भैरव के मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की तादाद बढती जा रही है। हाल ही में वहां एक किलोमीटर लंबी लाईन लगी थी। लगातार श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने मंगलवार सुबह मंदिर का निरीक्षण किया। इस दौरान व्यवस्थाओं को सुधारने और दुरूस्त रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

कलेक्टर एसपी ने मंदिर परिसर का भ्रमण कर श्रद्धालुओं के आगमन निर्गमन, पार्किंग आदि व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

स्मार्ट सिटी को दिए निर्देश-

कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं के प्रवेश मार्ग के आसपास के क्षेत्र को व्यवस्थित समतलीकरण किया जाए। लेवलिंग का काम तेजी से पूर्ण कराया जाएं। श्रद्धालु के चलने के लिए मैट बिछाई जाए और वर्षा को ध्यान में रखते हुए वाटरप्रूफ टेंट भी लगाएं। मंदिर में पर्याप्त रोशनी के लिए नगर निगम द्वारा स्ट्रीट लाइट लगाई जाएं। मंदिर परिसर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। लोक निर्माण विभाग द्वारा आवश्यक बैरिकेडिंग कराई जाए।

प्रस्तावित मास्टर प्लान देखा-

इस दौरान कलेक्टर ने कालभैरव मंदिर के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान का भी अवलोकन किया। जिसमें वर्तमान में प्रगतिरत 5 करोड़ की लागत से शेड रेलिंग एवं अन्य कार्य की जानकारी ली। साथ ही सिंहस्थ 2028 के तहत 50 करोड़ की लागत से प्रस्तावित मंदिर का कायाकल्प, मंदिर दर्शन के लिए रूट डायवर्सन , घाट निर्माण, पार्किंग, फूड प्लाजा, दर्शन व्यवस्था , पेयजल आदि कार्यों के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

इन्हें दिए गए निर्देश-

निरीक्षण के दौरान एसडीएम एल एन गर्ग, अधीक्षण यंत्री स्मार्ट सिटी नीरज पांडे ,उपायुक्त नगर निगम कृतिका भीमावत, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, तहसीलदार आर एस पाटीदार सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।

हाल ही में कई विवाद आए सामने-

श्री कालभैरव मंदिर में पिछले तीन माह में कई विवाद सामने आए हैं। बाहर से आए श्रद्धालुओं के साथ यहां के दुकानदारों ने जमकर मारपीट की थी। श्रद्धालुओं में आपसी मारपीट के मामले हुए हैं। पुलिस चौकी मात्र यहां सफेद हाथी ही साबित हो रही है। विवाद के समय यहां पदस्थ पुलिसकर्मी अपनी भूमिका पर खरे नहीं उतर रहे हैं।

आबकारी विभाग की भूमिका सुस्त-

श्री काल भैरव मंदिर में भगवान को मदिरा का भोग लगाया जाता है। यहां पर अवैध रूप से शराब बेचने के मामलों पर नियंत्रण करने के लिए आबकारी विभाग ने यहां प्रसाद सेल काउंटर स्थापित किया था। इससे पूर्व यहां पर आबकारी दल पर अवैध शराब बेचने वालों ने जान लेवा हमला भी किया था। इसमें एक उपनिरीक्षक एवं कर्मचारी घायल हुए थे। विभाग का वाहन भी फोड दिया था। इस काउंटर से प्रसाद के रूप में 200 एमएल की देशी एवं विदेशी मदिरा विक्रय का प्रावधान किया गया था। इस काउंटर को चारों और से यहां के प्रसादी बेचने वाले घेर देते हैं और दिखने नहीं देते हैं। अवैध रूप से बेचने वाले दो गूना दर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से वसूलते हैं। आबकारी विभाग अपने साथ हुए मामलों को भूला कर सुस्ती में है और यहां अवैध शराब बेचने वालों को जमकर अवसर दिया जा रहा है।