नर्सिंग घोटाले पर मप्र सरकार को घेरने का स्थगन प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस
भोपाल। आगामी1 जुलाई से प्रारंभ होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस नर्सिंग घोटाले को जोर-शोर से उठाएगी। स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से इस विषय पर चर्चा कराने की मांग पहले ही दिन कार्य मंत्रणा समिति में रखी जाएगी।
सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों को अंतिम रूप 30 जून को होने वाली विधायक दल की बैठक में दिया जाएगा। लोकसभा चुनाव के बाद हो रहे विधानसभा के इस पहले सत्र में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस के सभी विधायकों ने अलग-अलग माध्यमों से प्रश्न लगाए हैं।
4500 प्रश्नों की सूची तैयार
विधानसभा सचिवालय को 19 दिवसीय सत्र के लिए 4500 से अधिक प्रश्न मिल चुके हैं। पार्टी विधायकों ने महिला, अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग पर हुए अत्याचार की घटनाओं को लेकर प्रश्न अधिकतर प्रश्न पूछे हैं।
जीतू पटवारी का आरोप, भाजपा ने की वादाखिलाफी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है कि भाजपा ने जनता से वादाखिलाफी की है। विधानसभा चुनाव में युवा, महिला, किसान समेत अन्य वर्गों से जो वादे किए गए थे, वे एक भी पूरे नहीं किए हैं और उस दिशा में कदम भी नहीं बढ़ाया।
किसानों को न ता गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपये प्रति क्विंटल लिया और न ही धान के 3,100 रुपये। लाड़ली बहना को 3000 रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया था, लेकिन इसे भी पूरा नहीं किया।
लाड़ली बहनों को आवास देने की बात हो या 60 प्रतिशत अंक पाने पर लैपटॉप देने की घोषणा, कोई भी पूरी नहीं हुई। इन सभी विषयों को विधानसभा में जोर शोर से उठाया जाएगा।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि 30 जून को विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें तय किया जाएगा कि भाजपा सरकार की वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, नर्सिंग समेत अन्य घोटाले को सदन में किस मुद्दे को किस तरह उठाया जाएगा।