महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं से रोज हो रही ठगी, क्या कर रही सरकार – अव्यवस्थाओं को लेकर भड़क उठे भाजपा विधायक मालवीय- सीएम डॉ. यादव से की शिकायत, निजी सुरक्षा कंपनी को हटाए
दैनिक अवंतिका उज्जैन। महाकाल मंदिर आ रहे श्रद्धालुओं से कभी दर्शन के नाम पर तो कभी भस्मारती में प्रवेश दिलाने के नाम पर रुपए वसूले जा रहे हैं। बेचारे श्रद्धालु आए दिन ठगी का शिकार हो रहे हैं। मंदिर में कार्यरत निजी सुरक्षा कंपनी क्रिस्टल के सुरक्षा गार्ड श्रद्धालुओं को लुटने में लगे हुए है। यह आरोप खुद श्रद्धालु लगा रहे हैं। रोज इनकी मंदिर समिति से लेकर महाकाल पुलिस थाने तक में लिखित शिकायत की जा रही है। रोज-रोज की घटनाएं सुन और मंदिर की अव्यवस्थाएं देख उज्जैन घटिया के विधायक सतीश मालवीय से रहा नहीं गया।
उन्होंने महाकाल मंदिर में हो श्रद्धालुओं के साथ आए दिन हो रही अवैध वसूली व दुर्व्यवहार को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीधे मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से ही इस संबंध में कार्रवाई की मांग की है। विधायक मालवीय ने सीएम को पत्र लिखकर मंदिर की व्यवस्थाओं पर एक्शन लेने को कहा है। विधायक मालवीय ने कहा कि देश व दुनिया से बड़ी संख्या में लोग महाकाल मंदिर दर्शन करने के लिए उज्जैन आते हैं। लेकिन रोजाना जिस तरह से उनके साथ हो रही घटनाओं की खबरें आ रही है उससे पीड़ा होती है। विधायक ने आरोप लगाया कि मंदिर समिति में कार्यरत कई कर्मचारी सालों से एक ही जगह पर जमे बैठे उन्हें रोटेट करने की जरूरत है। वहीं निजी सुरक्षा एजेंसी क्रिस्टल पर भी कार्रवाई की जाना चाहिए। जिसके गार्ड प्रतिदिन श्रद्धालुओं से रुपए की वसूली कर रहे हैं।
अफसर कार्रवाई नहीं कर पा
रहे, शासन बदनाम हो रहा
विधायक मालवीय ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी लिखा है कि मंदिर की अव्यवस्थाओं के चलते आम लोग परेशान हो रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि प्रशासन के अफसर रोज हो रही घटनाओं को रोकने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठा पा रहे हैं। कार्रवाई भी नहीं कर पा रहे हैं। इससे शासन की बदनामी हो रही है। इससे लगता है कि शासन को ही सीधे हस्तक्षेप कर व्यवस्थाओं को सुधारना होगा।
मंदिर प्रशासक बोले – समिति
लगातार कार्रवाई कर रही हैं
इस मामले में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक मृणाल मीणा का कहना है कि अब तक जितनी भी घटनाएं हुई है। सब में समिति ने अपने स्तर पर कर्रवाई की है तथा पुलिस थाने में भी रिपोर्ट दर्ज कराई है। ठगी की घटनाएं रोकने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।