कायथा में सरपंच की नाबालिग बेटी ने लगाई फांसी
उज्जैन। स्कूल जाने के लिये तैयार हुई सरपंच की नाबालिग बेटी ने बुधवार सुबह फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे देखा तो अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामलाा जांच में लिया है। कायथा थाना प्रधान आरक्षक अशोक दुबे बताया कि लक्ष्मीपुरा में रहने वाले गांव के सरपंच रामस्वरूप पांडे की 17 वर्षीय पुत्र अंशिका पांडे सुबह स्कूल जाने के लिये तैयार हुई थी, वह स्कूल के लिये घर से निकलती उससे पहले उसने दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। मामले की जानकारी लगते ही थाना प्रभारी ज्योति दिखित अस्पताल पहुंच गई थी। बालिका को पोस्टमार्टम के लिये तराना अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल मामले में मर्ग कायम किया गया है। परिजनों का कहना था कि सबकुछ ठीक था, बेटी स्कूल जाने के लिये तैयार हुई थी, अचानक क्या हुआ, इसका पता नहीं है। मामले में थाना प्रभारी का कहना था कि जांच के बाद ही घटना का सही कारण सामने आ पायेगा। कक्षा 10 वीं की छात्रा ने किया सुसाइड नीलगंगा थाना क्षेत्र के गदापुलिया पर रहने वाली कक्षा 10 वीं की छात्रा वर्षा पिता लक्ष्मीनारायण परमार 18 वर्ष ने मंगलवार दोपहर को जहरीला पदार्थ खा लिया था। परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां बुधवार सुबह वर्षा की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम किया और शव जिला अस्पताल लाया गया। पोस्टमार्टम के दौरान भाई सचिन ने बताया कि कक्षा 10 वीं में सप्लीमेंट्री आई थी। वह परीक्षा देना चाहती थी, लेकिन परीक्षा तिथि का पता नहीं चल पाने के कारण वह फार्म जमा नहीं कर पाई थी। उसके बाद से ही डिप्रेशन में थी। पुलिस का कहना था कि मामले की जांच शुरू की गई है।