इंदौर का मोह छोड़ इंदौर के लिए काम करें: भार्गव

इंदौर। नगर निगम जिसे स्वच्छता और प्रशासनिक सुधारों के लिए जाना जाता है, हाल के महीनों में अंदरूनी कलह का सामना कर रहा है। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच विचारों का टकराव और संवादहीनता के कारण कई परियोजनाएं प्रभावित हो रही थीं। यह तनाव पिछले कुछ समय से बढ़ता जा रहा है और प्रशासनिक कार्यक्षमता पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।

 

एमआईसी की बैठक से ड्रेनेज विभाग के अधिकारी सुनील गुप्ता को बाहर करना और इसके बाद उनका वीआरएस के लिए आवेदन इसी विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। इस घटनाक्रम के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि सुनील गुप्ता का वीआरएस हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हमें अपने संगठनात्मक ढांचे को सुधारने की कितनी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सुनील गुप्ता को रिलीव करते ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। अगर वे अच्छे अधिकारी है, तो उन्हें प्रदेश के अन्य जिलों में अपनी सेवाएं देना थी। महापौर ने अन्य अधिकारियों को भी कड़ा संदेश देते हुए कहा कि इंदौर का मोह छोड़ इंदौर के लिए काम करें।

Author: Dainik Awantika