पुणे में चाचा से करोड़ों का जमीन विवाद : इंदौर में भतीजे पर चलवाई गोली

 

हमलावर उज्जैन में गिरफ्तार, 20 लाख रुपये की दी थी सुपारी

इंदौर। पुणे से उज्जैन महाकाल मंदिर दर्शन के लिए जाते समय एक युवक पर मल्हारगंज थाना क्षेत्र में अंतिम चौराहे पर गुरुवार सुबह गोली चलाई गई थी। युवक पर यह हमला पुणे में करोड़ों के जमीन विवाद के चलते किया गया था। युवक पर जान से मारने की नीयत से गोली चलाई थी।

गनीमत रही कि उसने आरोपी का हाथ नीचे कर दिया और गोली जांघ में जा लगी। पुलिस ने गोली चलाने वाले आरोपी सिध्दार्थ निमाड़कर और शैलेश साबले को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से 2 पिस्टल भी जब्त की है।
पुलिस के अनुसार गणेश मोहिते सुबह अंतिम चौराहे पर कार में दोस्त तेजस के साथ बैठकर नाश्ता कर रहा था। तभी एक आरोपी कार से उतरकर आया और उसने गणेश के ऊपर गोली चला दी थी।
गणेश की हालत अभी खतरे से बाहर हैं। आरोपियों की पहचान के लिए डीसीपी विनोद कुमार मीणा ने टीम बनाई। घायल से पूछताछ में पता चला कि कोई कार उनका पीछा कर रही थी।

वह भी महाराष्ट्र पासिंग ही थी। इसके बाद आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले और कार के नंबर पता किए। इसके बाद कार को पकड़ा।
गणेश और चाचा संतोष के बीच पुणे के खेड़शिवापुर में 40-50 एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। यह जमीन सुपर कारिडोर के पास है। इसलिए इसकी कीमत भी करोड़ों में हैं।
चाचा संतोष ने गणेश को जान से मारने के लिए सिध्दार्थ और शैलेश को 20 लाख रुपये में सुपारी दी। इसके लिए पांच लाख रुपये दोनों को एडवांस भी दे दिए थे।
इसमें से एक आरोपी ड्राइवर है और अन्य सब्जी का ठेला लगाता है। संतोष ठेकेदार है, वह सड़क निर्माण का काम भी करता है। काम के सिलसिले में दोनों आरोपी उसके पास गए थे। तभी उन्हें लालच देकर सुपारी दी। पुलिस की एक टीम संतोष को पकड़ने के लिए पुणे रवाना हो गई है।

सबसे पहले शिर्डी में मारने की कोशिश

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह पुणे से ही गणेश का पीछा करते हुए आ रहे थे। सबसे पहले गणेश को शिर्डी में मारने का प्रयास किया था, लेकिन विफल हो गए। इसके बाद रास्तेभर मौका ढूंढते आए कि कहां इसे मारना है। इंदौर में मौका मिला तो एक आरोपी कार से उतरा और कांच से बंदूक डालकर चलाने लगा, लेकिन गणेश ने उसका हाथ नीचे कर दिया।
इससे गोली जांघ में लगी। गोली चलाने के बाद आरोपी पहले बिजासन मंदिर गए और वहां से उज्जैन दर्शन के लिए गए। रात में पुणे के लिए निकलने वाले थे, तभी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

ऐसे पहुंची पुलिस आरोपियों तक

गोली चलाने की घटना के बाद डीसीपी ने टीम बनाकर आरोपियों की तलाश में जुटाया। घटना स्थल के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, उसमें कार का नंबर पता चला।
पुलिस ने धुले जिले में कार रुकवाई। कार चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह किराए से कार चलाता है। गोली चलाने के बाद आरोपियों ने उसके सिर पर भी बंदूक रखी।
बिजासन माता मंदिर तक कार में बैठकर गए और वहां से मुझे जाने के लिए कहा। पुलिस को कार चालक के पास से आरोपियों के पहचान पत्र मिल गए थे।
इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल ट्रैस किए। इसमें लोकेशन उज्जैन की आ रही थी। टीम तुरंत उज्जैन पहुंची, वहां आरोपियों को पकड़ा। पुलिस को देख आरोपियों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने दौड़ लगाकर उन्हें पकड़ लिया।