शहर की 26 बस्तियां ऐसी जो अल्पवर्षा में डूब जाती है

इंदौर। शहर में मामूली बारिश से ही शहर का मिजाज बिगड़ जाता है। जगह-जगह जलजमाव से जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। शहर की 26 बस्तियां ऐसी हैं जो अल्पवर्षा में भी डूब जाती हैं। बावजूद इसके शहर को डूबने से बचाने के लिए योजना न प्रशासन के पास है न नगर निगम के पास। एक वर्ष पहले नगर निगम ने शहर में 87 ऐसे स्थान चिह्नित किए थे जहां जलजमाव की समस्या अत्यंत गंभीर है। इनमें से कुछ जगह काम भी हुआ, लेकिन आज भी 40 से ज्यादा स्थान ऐसे हैं जहां जलजमाव होना तय है।

 

दरअसल शहर में स्टार्म वाटर लाइन बिछाने का काम कछुआ गति से चल रहा है। प्रतिवर्ष औसतन 8 से 10 किमी लाइन बिछाई जा रही है जबकि अधिकारी भी मान रहे हैं कि 127 किमी सड़कों पर लाइन बिछाना बाकी है। ऐसे में समझा जा सकता है कि यह काम कब तक पूरा होगा। सबसे ज्यादा समस्या पुराने शहर में है। नई सड़कों में तो वर्षा जल निकासी के लिए स्टार्म वाटर लाइन का प्रविधान किया गया है लेकिन पुरानी सड़कों की स्थिति कैसे सुधरेगी, इसके लिए कोई योजना नहीं है। नगर निगम खुद ही पुरानी सड़कों के किनारे स्टार्म वाटर लाइन बिछा रहा है लेकिन इसकी गति अत्यंत धीमी है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि निगम का लाइनें डालने का काम तेजी से चल रहा है। इसलिए इस साल आने वाली समस्या को समसामयिक मानी जानी चाहिए।