– डेढ़ घंटे पानी गिरा, अब तक 139 मिली मीटर वर्षा दर्ज   

दैनिक अवंतिका उज्जैन। उज्जैन में मानसून की पहली तेज बारिश के बाद शहर में कई जगह पानी घुस गया। बारिश इतनी तेज थी कि शहर के प्रसिद्ध चामुंडा माता मंदिर के अंदर भी पानी घुस गया था। लगातार डेढ़ घंटे तक पानी गिरा। बारिश की शुरुआत गुरुवार देर शाम हुई। इसके बाद रात में भी पानी गिरा और शुक्रवार सुबह से बारिश होने लगी।  

सड़कों पर बारिश का पानी भराने की समस्या उज्जैन में नई नहीं है। यहां जरा सा तेज पानी गिरने पर ही नाले उभरकर सड़क पर आ जाते हैं। एटलस चौराहा और केडी पर गुरुवार की रात से शुक्रवार की सुबह तक यहीं नजारा था। चामुंडा माता मंदिर में बारिश का पानी चले जाने से मंदिर के पुजारी पूजन-पाठ तक ठीक से नहीं कर पाए। बारिश रुकने के बाद धीरे-धीरे पानी मंदिर से बहकर खाली हुआ। शुक्रवार सुबह शहर के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हुई। दोपहर में धूप भी निकली तो कई जगह पानी नहीं भी गिरा।  अब तक उज्जैन में 139 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है जो कि 1.4 इंच से ज्यादा है। 

उज्जैन में शुक्रवार को ऐसा रहा 

मौसम, तापमान 25 से 31 डिग्री

मानसून सक्रिय होते ही उज्जैन में भी तेज बारिश शुरू हो गई है। अभी दो-तीन दिनों से उमस के कारण लोग गर्मी महसूस कर रहे थे। लेकिन गुरुवार रात तेज बारिश के बाद से ठंडक हो गई। शुक्रवार की सुबह भी तेज पानी गिरा। मौसम दिन में भी ठंडक भरा ही रहा। उज्जैन की शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार शहर में रात का न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री व दिन का अधिकतम तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया। आद्रता सुबह 87 एवं शाम को 78 प्रतिशत रही। हवा सुबह से शाम तक 4 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती रही। 

महाकाल मंदिर की टनल की 
छत पर भी पानी भर गया 
तेज बारिश के दौरान महाकाल मंदिर की टनल की छत पर भी पानी भर गया था। जिससे गणेश मंडप व कार्तिक मंडप में कुछ जगह से पानी टपकने लग गया। हालांकि मंदिर के सफाई कर्मियों की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जमा पानी निकाला। सहायक प्रशासक मूलचंद जूूनवाल ने बताया कि बारिश के दौरान मंदिर परिसर में पानी भरने की समस्या आती है। इसके लिए पहले से ही टीम को सक्रिय रहने के निर्देश दे दिए गए है।