नाबालिग बेटी ने दिया पिता को लिवर, ट्रांसप्लांट सफल,12 घंटे चली सर्जरी

 

इंदौर। हाईकोर्ट से गुरुवार को अनुमति मिलने के बाद बेटी प्रीति ने अपने पिता शिवनारायण बाथम को लिवर दे दिया। शहर के निजी अस्पताल में ट्रांसप्लांट प्रक्रिया सफल रही। अब बेटी अपने पिता के जल्द ठीक होने की प्रार्थना कर रही है। अस्पताल में रात दो बजे तक यह सर्जरी चलती रही।
इसमें पांच डॉक्टरों की टीम शामिल रही। डाक्टरों ने बताया कि इसमें करीब 12 घंटे का समय लगा। बता दें कि यह प्रदेश का पहला मामला है, जिसमें नाबालिग बेटी अपने पिता को लिवर डोनेट कर पाई है।
डॉक्‍टर अमित बरफा ने बताया कि सर्जरी हो गई है। अभी दोनों को आईसीयू रखा गया है। पिता और बेटी दोनों स्वस्थ है।ट्रांसप्लांट के दौरान कोई परेशानी नहीं आई है।

40 मरीज जिन्हें दानदाता का इंतजार

इंदौर में अभी लिवर संबंधी बीमारियों से ग्रस्त 40 मरीज हैं, जिन्हें दानदाता का इंतजार है। डाक्टरों ने इन्हें लिवर प्रत्यारोपण करवाने के लिए कहा है। हालांकि शहर में लोगों को अंगदान करने के लिए जागरूक करने का प्रयास निरंतर किया जा रहा है। इसके लिए मेडिकल कालेज के साथ ही कई संस्थाएं भी काम कर रही हैं।

7 दिन पिता और तीन दिन बेटी रहेगी आईसीयू में

सात दिन तक पिता को आईसीयू में रखा जाएगा और तीन दिन तक बेटी को। सर्जरी में डा. अभिषेक यादव, डा. सुदेश शारदा, डा. अक्षय शर्मा, डा. गौरव और डा. अंकुश शामिल रहे।