इंदौर एयरपोर्ट पर चेहरा दिखा कर एंट्री को ट्रायल का इंतजार

 

 

इंदौर। देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा सेवा की पूरी तैयारी हो गई है। मशीनें लग कर तैयार हैं। जिस कंपनी को यहां पर कर्मचारी नियुक्त करने (मेन पाँवर सप्लाई) का ठेका मिला है। वह यहां पर कर्मचारी नियुक्त कर दे तो ट्रायल शुरू हो जाए। अब खुद अधिकारी इसके लिए प्रयास में है। उम्मीद है कि जुलाई के पहले सप्ताह में यह शुरू हो जाए।
पहले ही यह प्रोजेक्ट लेट हो गया है। सेवा शुरू होने के बाद इंदौर प्रदेश का पहला एयरपोर्ट रहेगा जहां पर यह सुविधा मिलेगी।
एयरपोर्ट प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार मशीनें मुख्यालय से अप्रैल में ही प्राप्त हो गई थी। जिन्हें एयरपोर्ट पर इंस्टाल कर दिया है। चूंकि अथॉरटी के पास इतने कर्मचारी नहीं है।

इसलिए यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए मेन पॉवर सप्लाई का टेंडर जारी किया गया था। इस सप्ताह से कर्मचारियों की नियुक्ति होने की संभावना है। सांसद शंकर लालवानी खुद इस सेवा को जल्द शुरू करने के लिए उत्सुक हैं।

यह है डीजी यात्रा सेवा —

प्रबंधन ने बताया कि यह फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी (एफआरटी) पर आधारित तकनीक है। डिजी यात्रा का लक्ष्य एयरपोर्ट पर यात्रियों की निर्वाध और संपर्क रहित प्रवेश प्रक्रिया को आसान बनाना है।
इसके अतिरिक्त एयरपोर्ट पर विभिन्न जाच पांइट पर यात्री की उसके चेहरे से ही पहचान कर उसे प्रवेश दिया जाता है। इससे समय बच जाता है। गूगल प्ले स्टोर या आईओएस ऐप स्टोर से डिजी यात्रा ऐप डाउनलोड करने के बाद, यात्री नाम, ईमेल पता, मोबाइल नंबर और पहचान दस्तावेज (आधार, ड्राइविंग लाइसेस, वोटर आईडी आदि) जैसे विवरण साझा करके इस आईडी को प्राप्त कर सकेंगे। यह जानकारी दर्ज करने के बाद एक डिजी यात्रा आईडी बन जाएगी।
इसे टिकट बुक करते समय साझा करना होगा। बदले में, एयरलाइन कंपनियां इस आईडी और यात्री डेटा को संबधित एयरपोर्ट के साथ साझा कर देगी। एयरपोर्ट के गेट पर आते ही डीजी यात्रा के प्रवेश गेट पर यात्री जैसे ही अपना पीएनआर डालेगा। उसके चेहरे को कैमरा कैप्चर कर लेगा और इसके बाद सीधे प्रवेश मिल जाएगा। यहां पर उसे दस्तावेज दिखाने से मुक्ति मिल जाएगी।