दैनिक अवंतिका उज्जैन। श्रावण व भादो मास में महाकाल की इस साल 7 सवारियां निकलना है। इसके लिए सवारी मार्ग पर आवश्यक चौड़ीकरण करने के लिए पहले मार्किंग की जाएं फिर आगे की कार्रवाई हो। 
यह बात कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने शनिवार शाम को सवारी मार्ग के निरीक्षण के दौरान अफसरों से कही। कलेक्टर ने कहा कि पहले सवारी मार्ग पर आने वाले जितने भी जर्जर भवन बने हुुए है। अतिक्रमण आदि हो रहे हैं। उनकी सूची बनाई जाए। भवनों को चिह्नित करें। साथ ही जहां आवश्यक रूप से चौड़ीकरण किया जाना है, वहां मार्किंग की जाए। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू करे। कलेक्टर ने कहा कि पहले मौके पर नपती के लिए टीम को भेजे, इसके बाद मार्किंग कर ही सही तरीके से आगे की कार्रवाई हो। कलेक्टर के साथ निरीक्षण में एसपी प्रदीप शर्मा सहित प्रशासन, पुलिस व मंदिर के अफसरों की पूरी टीम शामिल थी।
कलेक्टर पैदल चले तो अफसर 
भी ई-कार्ट से नीचे उतर गए 
सवारी मार्ग का निरीक्षण महाकाल मंदिर चौराहे से शुरू हुआ। पहले सभी अफसर ई-कार्ट बैटरी कार में बैठकर निकले लेकिन आगे जाकर पैदल हो गए। पहले कलेक्टर-एसपी नीचे उतरे तो एक-एक कर अफसरों को भी नीचे उतरकर पैदल ही चलना पड़ा। कलेक्टर ने शिप्रा के रामघाट पर सवारी पूजन स्थल से लेकर रामानुजकोट, गणगौर दरवाजा, कार्तिकचौक आदि क्षेत्र में पैदल ही निरीक्षण करते निकले तथा मार्ग पर भवनों की जानकारी ली।
कलेक्टर और एसपी दोनों के लिए 
सवारी की व्यवस्था का पहला मौका
उज्जैन मेंं महाकाल मंदिर फिर सालभर यहां होने वाले उत्सवों की व्यवस्थाएं करना ही प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती रहती है। उज्जैन में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह व एसपी प्रदीप शर्मा दोनों के लिए ही  महाकाल की सवारी की व्यवस्थाओं के लिए यह पहला दौरा था। इसलिए दोनों अफसरों ने पैदल घूमकर एक-एक चीज को पुराने अफसरों से समझा। मार्ग में निरीक्षण के दौरान हर चौराहे पर, गलियों के बाहर व जरूरी जगहों पर कलेक्टर रुके और उस जगह की जानकारी ली।