वर्ल्ड कप जिताकर रोहित-विराट का टी-20 से रिटायरमेंट
16 साल, 9 महीने और 5 दिन बाद भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप जीतने का इंतजार खत्म कर दिया। यह संभव हुआ कप्तान रोहित शर्मा की आॅस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के खिलाफ अटैकिंग फिफ्टी और विराट कोहली की प्लेयर आॅफ द फाइनल परफॉर्मेंस से।
रोहित-विराट के साथ टीम के बाकी खिलाड़ी भी अहम रहे, लेकिन इंडियन क्रिकेट के इन 2 दिग्गजों ने भारत की वर्ल्ड कप भूख खत्म करते ही टी-20 से संन्यास ले लिया। इसलिए इनका क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में लेजेंडरी सफर तो जानना जरूरी हो गया है।
दोनों खिलाड़ियों ने फाइनल जीतने के बाद क्या कहा
विराट कोहली- ‘यह मेरा आखिरी टी-20 वर्ल्ड कप था, हम यही अचीव करना चाहते थे। शानदार गेम। रोहित के साथ ओपनिंग पर जाते हुए मैंने उनसे कहा था, किसी दिन आपको लगता है कि अब रन नहीं बनेंगे, फिर आप बैटिंग करने जाते हैं और रन आने लग जाते हैं। भगवान महान हैं, मैं शुक्रगुजार हूं कि टीम को जब सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब मैं परफॉर्म कर सका।’ भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में 34 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे। यहां से विराट ने पारी संभाली और 76 रन बनाकर भारत को चैलेंजिंग स्कोर तक पहुंचाया। विराट ने आगे कहा, ‘यह मेरा आखिरी टी-20 मैच था। यह हमारा सपना था, हम कउउ टूनार्मेंट जीतना ही चाहते थे, हम कप उठाना चाहते थे। मैंने सिचुएशन का सम्मान किया, फोकस रखा और अपनी टीम के हिसाब से खेला। सच कहूं तो मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि ये कैसे हो गया, जितना खराब टूनार्मेंट मेरा जा रहा था, मैं फाइनल में परफॉर्म कर खुश हूं। हम अगर फाइनल हार जाते तब भी मैं संन्यास ले लेता। अब नई जनरेशन जिम्मेदारी संभाले। वर्ल्ड कप 2 साल बाद होगा, भारत में बहुत से टैलेंटेड खिलाड़ी हैं, ये टी-20 फॉर्मेट में टीम को आगे ले जाएंगे। मुझे यकीन है कि वे भारत का झंडा इसी तरह लहराएंगे।’
रोहित शर्मा- ‘मेरा भी यह आखिरी टी-20 था। इस फॉर्मेट को अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। मैंने करियर का हर मोमेंट एंजॉय किया। मैंने अपना इंटरनेशनल करियर इसी फॉर्मेट से शुरू किया। मैं यही चाहता था, मैं कप जीतना चाहता था। मेरे पास शब्द नहीं हैं। मेरे लिए यह बहुत इमोशनल मोमेंट है, मैं कउउ ट्रॉफी किसी भी हाल में जीतना चाह रहा था। खुश हूं कि हमने फाइनली यह कर दिखाया।’