अलीराजपुर में हृदय विदारक घटना – फंदे से लटका पूरा परिवार

एक ही परिवार के पांच लोग घर में फंदे से लटके मिले, मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल

अलीराजपुर। प्रदेश के आदिवासी अंचल अलीराजपुर जिले से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां के सोंडवा थाने के रावडी गांव के एक घर में फांसी के फंदे पर पांच लोग झूलते पाए गए।

सामूहिक आत्महत्या मामला

अलीराजपुर जिले में सोमवार को एक बंद पड़े मकान में एक ही परिवार के पांच लोगों का शव फंदे से लटका मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने फांसी के फंदे से शवों को उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है और मामले की जांच में जुट गई है।
बता दें कि मामला सोंडवा थाना क्षेत्र के राऊडी गांव का है। मृतकों में पति-पत्नी और तीन बच्चे शामिल हैं। रिश्तेदारों ने आत्महत्या से नकारते हुए हत्या की आशंका जताई है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक ही परिवार के पांच सदस्यों का शव मिलने की खबर इलाके में हड़कंप मच गया। मकान के बाहर लोगों का तांता लग गया। सूचना के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस के अलावा पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंच गए। मृतकों के रिश्तेदारों ने हत्या की आशंका व्यक्त की है, जबकि पुलिस मामले पर सभी पहलुओं की जांच के बाद ही कुछ कहना चाहती है।
गुनेरी पंचायत के ग्राम राऊडी के ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान क्रमशः पति राकेश पिता जागर सिंह, पत्नी ललिता, बेटी लक्ष्मी, बेटा प्रकाश और अक्षय के रूप में हुई है, जिनका शव घर में फंदे पर लटके मिले। बताया जाता है कि राकेश के काका सुबह घर पहुंचे तो इसकी जानकारी लगी, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

हत्या या आत्महत्या..!

एसपी राजेश व्यास और कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर के साथ ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामला गुनेरी पंचायत के ग्राम राउडी का है। जानकारी के अनुसार, राकेश पिता जागर सिंह, पत्नी ललिता राकेश, नाबालिग उनकी बेटी लक्ष्मी, नाबालिक बेटा प्रकाश और नाबालिग अक्षय के शव घर में ही फंदे पर लटके मिले। मृतक राकेश का काका सुबह घर पहुंचा तो इसकी जानकारी लगी, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस जांच कर रही है कि यह साजिश है, हत्या है या फिर आत्महत्या। सभी पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं। आपको बता दें, मृतक के पिता पर लगभग डेढ़ महीने पहले धारदार हथियार से वार किया गया था। पुराने घटनाक्रम को देखते हुए यह हत्या भी हो सकती है।

इंदौर से पहुंची एफएसीएल टीम

पूरे घटनाक्रम की जांच करने के लिए इंदौर से एफएसीएल की टीम पहुंची। मृतक के घर को चारो ओर पुलिस ने घेर रखा है और दरवाजा बंद है। अंदर किसी को भी जाने नहीं दिया जा रहा है।

दिल्ली में हुआ था ऐसा कांड

बता दें कि दिल्ली के बुराड़ी के सामूहिक आत्महत्या मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रखा दिया था।आज यानी एक जुलाई को इस कांड को पूरे छह साल बीत चुके हैं। 30 जून 2018 की देर रात 12 बजे से एक बजे के करीब चुंडावत परिवार (जिसे भाटिया परिवार के रूप में भी जाना जाता था) के 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। दस लोग फांसी पर लटके पाए गए थे। जबकि परिवार की सबसे बुजुर्ग सदस्य दादी की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। अगले दिन यानी एक जुलाई 2018 को मौत के बाद सुबह-सुबह उनके शव घर से बरामद किए गए थे। बुराड़ी केस में दावा किया गया कि परिवार के मुखिया ललित भाटिया ने जादू-टोने के वशीभूत होकर पूरे परिवार को सामूहिक आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया था। 11 मौतों को मनोविकृति से प्रेरित माना गया।