प्रांतीय गीता सम्मेलन में प्रोफेसर तेज प्रकाश व्यास का सारस्वत सम्मान
दैनिक अवन्तिका इंदौर
प्रांतीय गीता सम्मेलन द्वारकापुरी इंदौर में प्रोफेसर तेज प्रकाश व्यास का विश्व गीता प्रतिष्ठान की भगवद्गीता के प्रकाण्ड विद्वानों की विद्वत परिषद ने सारस्वत सम्मान किया। आपको विश्व गीता प्रतिष्ठान का उपवस्त्र पहनाकर एवं गीता ओलंपियाड ग्रंथ भेंट कर सम्मानित किया गया। आपने इस सम्मेलन में भगवदगीता के पंद्रहवें अध्याय पुरुषोत्तम योग का सस्वर पाठ किया। समापन दिवस पर सभी विद्वानों के साथ भगवदगीता के 700 श्लोकों का भी सस्वर पाठ भी किया गया।
त्रिदिवसीय प्रांतीय गीता सम्मेलन 28, 29 एवं 30 जून को संपन्न में विद्वत विद्वानों के व्याख्यान भी हुए। ज्ञातव्य है कि प्रोफेसर व्यास अंतरराष्ट्रीय प्रकृति निधि संरक्षण संघ के भारतीय उपमहाद्वीप के प्रकृति वैज्ञानिक, मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा के शिक्षाविद तथा संस्कृत और सनातन धर्म, भगवदगीता और दुर्गा शप्तशती के प्रखर विद्वान भी हैं। डॉ. व्यास का सुझाव है कि नागर युवा शक्ति हनुमान चालीसा अर्थ भावार्थ सहित, बाल रामायण, सुंदर काण्ड, भगवद्गीता, गजल गीता का नित्य प्रति पाठ करे। इनकी स्पधार्एं भी आयोजित कर विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जावे।
नई पीढ़ी को सुसंस्कृत करना माता पिता और समाज की प्रथम नैतिक नैसर्गिक एवम आवश्यक जिम्मेदारी है।