इंदौर के अनाथाश्रम में 12 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, दो बच्चों की मौत, पांच भर्ती
एक बच्चे ने कल तो दूसरे ने आज सुबह दम तोड़ा, खून में इंफेक्शन मिलने की आशंका, अलग-अलग जिलों से लाए थे बच्चों को
इंदौर। मल्हारगंज स्थित श्री युगपुरुष धाम अनाथाश्रम में दो दिन में 12 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इसमें दो दिन में दो बच्चों की मौत हो गई। बताया जाता है कि बच्चों के खून में इंफेक्शन निकला है। फिलहाल आश्रम के कर्ताधर्ताओं ने पांच बच्चों को मंगलवार सुबह चाचा नेहरू अस्पताल भेजा है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि बच्चों में किस तरह का इंफेक्शन मिला है।
कलेक्टर चाचा नेहरू अस्पताल पहुंचे
मामले की गंभीरता को देखते हुए इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह चाचा नेहरू अस्पताल पहुंचे और उन्होंने पूरे मामले का जायजा लिया। पूरी पूरी संभावना है कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी।
इन बच्चों को अलग-अलग जिलों से लाकर आश्रम को सौंपा गयाा था। मल्हारगंज पुलिस के मुताबिक करण (12) साल के बच्चे की सोमवार को तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। जबकि मंगलवार को आकाश (7) की भी तबीयत बिगड़ने से मौत की जानकारी सामने आई है। वहीं 5 बच्चों को आश्रम से एमवाय अस्पताल में उपचार के लिये भेजा है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक बच्चों के खून में किसी तरह का इंफेक्शन होने की बात सामने आ रही है। मल्हारगंज पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
ये हैं मृतक
1. करण, निवासी सोनकच्छ। इसे 15 महीने पहले चाइल्ड के माध्यम से आश्रम में लाए थे।
2. आकाश, निवासी नर्मदापुरम। इसे 3 महीने पहले चाइल्ड ने आश्रम को सौंपा था।
ये भर्ती
1. कृष्णा। सभी बच्चों से पहले इसे ही इंफेक्शन हुआ। वह फिलहाल स्वस्थ्य है।
कलेक्टर ने की मौत की पुष्टि
कलेक्टर आशीष सिंह ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि 2 बच्चों की मौत हुई है। डायरिया या डीहाइड्रेशन से 1 मौत की आशंका है। 1 मौत फिट जैसी बीमारी के कारण होना पता चली है। जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
इंफेक्शन होने वाला पहला बच्चा कृष्णा स्वस्थ्य
बताया जा रहा है कि सबसे पहले आश्रम में कृष्णा को इंफेक्शन हुआ था। इसके बाद बाकी बच्चों की हालत बिगड़ी। कृष्णा अब स्वस्थ है। 12 साल का करण देवास जिले के सोनकच्छ का रहने वाला था। इसे 15 महीने पहले चाइल्ड लाइन के माध्यम से आश्रम में लाया गया था। जबकि, नर्मदापुरम जिले का रहने वाला 7 साल के आकाश को चाइल्ड लाइन ने 3 महीने पहले आश्रम को सौंपा था।
मानसिक रूप से कमजोर बच्चों का है आश्रम
इंदौर के पंचकुइया रोड स्थित श्री युगपुरुष धाम अनाथाश्रम में मानसिक दिव्यांग बच्चों को रखा जाता है। विभिन्न जिलों से लाए बच्चों को चाइल्ड लाइन या अन्य माध्यम से सौंपा जाता है। यहां 217 मानसिक दिव्यांग बच्चों में से 101 बच्चे और 116 बच्चियां हैं। सरकारी रिकॉर्ड में सभी बच्चों के साथ मां का नाम डॉ. अनिता शर्मा लिखा हुआ है। जो बच्चे 10-15 साल पहले आए थे, इन्हीं में से 18 बेटियां एक-एक बच्चे की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
2006 में परमानंद महाराज ने की थी शुरुआत
आश्रम 2006 में 78 दिव्यांग बच्चों से शुरू हुआ था। युगपुरुष स्वामी परमानंदगिरि महाराज के सान्निध्य में यह संचालित हो रहा है। तब सभी की मां का नाम प्राचार्य अनिता के नाम पर और पिता की जगह आश्रम के सचिव तुलसी शादीजा का नाम लिखा गया। सभी के सरनेम स्वामीजी के नाम पर परमानंद रखे गए।