शिक्षादान से कन्यादान तक का दायित्व निभाएगा लोटस ग्रुप- जितेन्द्र राजावत
बड़नगर। छात्रा कुमकुम तंवर का अपनी माता के साथ कक्षा 8वीं में एडमिशन हेतु लोटस स्कूल बंगरेड में आना हुआ था एवं उन्होंने जितेंद्रसिंह राजावत को बताया कि “कुमकुम के पिता तूफानसिंह तंवर की मृत्यु 2 शिक्षादान से कन्यादान तक का दायित्व निभाएगा लोटस ग्रुप- जितेन्द्र राजावत
बड़नगर। छात्रा कुमकुम तंवर का अपनी माता के साथ कक्षा 8वीं में एडमिशन हेतु लोटस स्कूल बंगरेड में आना हुआ था एवं उन्होंने जितेंद्रसिंह राजावत को बताया कि “कुमकुम के पिता तूफानसिंह तंवर की मृत्यु 2 वर्ष पूर्व अचानक हृदयाघात से हो चुकी है। अभी बेटी अन्य विद्यालय में पढ़ाई कर रही है परंतु घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने से अब मैं उसकी पढ़ाई करवा पाने में असमर्थ हूं लेकिन मेरी इच्छा है कि मेरी बेटी लोटस स्कूल में पढ़े और भविष्य में अपने पैरो पर खड़ी होकर योग्य बन सके।
मां और बेटी दोनो की निश्चल मासूमियत को देखकर राजावत का मन द्रवित हो गया और उन्होंने उसी समय यह संकल्प लिया कि इस बेटी को अब मैं अपनी बेटी मानकर इसकी शिक्षा अपने विद्यालय से पूर्ण करवाऊंगा और इसके विवाह का दायित्व भी पूर्ण करूंगा। राजावत की सकारात्मक सोच और कर्तव्यनिष्ठा प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणास्पद है। इस अवसर पर संस्थाध्यक्ष कमलसिंह राजावत, दशरथसिंह तंवर, संस्था प्राचार्य ललिता भाटिया, राहुल कैलाश शर्मा एवं समस्त स्टॉफ ने हर्ष व्यक्त कर कुमकुम तंवर के उज्जवल भविष्य की कामना की।पूर्व अचानक हृदयाघात से हो चुकी है। अभी बेटी अन्य विद्यालय में पढ़ाई कर रही है परंतु घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने से अब मैं उसकी पढ़ाई करवा पाने में असमर्थ हूं लेकिन मेरी इच्छा है कि मेरी बेटी लोटस स्कूल में पढ़े और भविष्य में अपने पैरो पर खड़ी होकर योग्य बन सके।
मां और बेटी दोनो की निश्चल मासूमियत को देखकर राजावत का मन द्रवित हो गया और उन्होंने उसी समय यह संकल्प लिया कि इस बेटी को अब मैं अपनी बेटी मानकर इसकी शिक्षा अपने विद्यालय से पूर्ण करवाऊंगा और इसके विवाह का दायित्व भी पूर्ण करूंगा। राजावत की सकारात्मक सोच और कर्तव्यनिष्ठा प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणास्पद है। इस अवसर पर संस्थाध्यक्ष कमलसिंह राजावत, दशरथसिंह तंवर, संस्था प्राचार्य ललिता भाटिया, राहुल कैलाश शर्मा एवं समस्त स्टॉफ ने हर्ष व्यक्त कर कुमकुम तंवर के उज्जवल भविष्य की कामना की।