उत्तरप्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मची, 122 श्रद्धालुओं की मौत, 150 घायल
अस्पताल के बाहर बिखरी पड़ी लाशें
सत्संग में 20 हजार से अधिक लोगों की थी भीड़
एजेंसी हाथरस
यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 122 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में हुआ है। हादसे के बाद हालात भयावह है। अस्पताल के बाहर शव जमीन पर बिखरे पड़े हैं।
इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। सत्संग में 20 हजार से अधिक लोगों की भीड़ थी। हादसे के बाद जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टैंपो में लादकर अस्पताल ले जाया गया। सीएम योगी ने मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। घटना की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम बनाई है।
घटना के कारणों की जांच के लिए अऊॠ आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम गठित की गई है। भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। वह सत्संग करते हैं। एटा की पटयाली तहसील के गांव बहादुर के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। प्रवचन में वह दावा करते हैं कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे। भोले बाबा के अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं।
सरकारी अस्पताल फुल प्राइवेट रिजर्व किए गए
हादसे के बाद एक साथ इतने घायल पहुंचे कि सरकारी अस्पताल फुल हो गए। सीएचसी के बाहर कुछ लोग तड़पते हुए नजर आए। हाथरस प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। सभी से बेड रिजर्व रखने को कहा है। घायलों को अब प्राइवेट अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौके पर हालात बेकाबू है। हर कोई भीड़ और लाशों के बीच अपनों को तलाश रहा है।
भगदड़ क्यों मची?
सत्संग खत्म हो गया था। एक साथ लोग निकल रहे थे। हॉल छोटा था। गेट भी पतला था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे पर गिर पड़े। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इस वजह से 150 से अधिक लोग घायल हो गए।
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक मदद
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर होगी। शासन बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
भोले बाबा- सरकारी नौकरी छोड़ प्रवचन देना किया शुरू
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। उन्होंने अपने प्रवचन में बताया था कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे। साकार विश्व हरि भोले बाबा के अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं।
राष्टÑपति, पीएम, सीएम योगी सहित कई नेताओं ने दु:ख जताया
सीएम योगी ने घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही घायलों के उचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं। हादसे पर राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिख ‘उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है। मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’