बजट में मुख्यमंत्री के गृह नगर उज्जैन के खाते में विशेष रूप से क्या-क्या आया?

 

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में कल डॉ. मोहन यादव सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश हुआ। विधानसभा में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बजट प्रस्तुत किया। बजट में नगरीय विकास, किसानों के विकास, सिंचाई और शिक्षा सहित विभिन्न योजनाओं पर तो फोकस रहा ही है, परंतु यहां हम देखते हैं कि बजट में मुख्यमंत्री के गृह नगर उज्जैन के खाते में क्या-क्या आया..? गौरतलब है कि वैसे तो बजट में पूरे प्रदेश के लिए जो योजनाएं लागू की गई हैं वह उज्जैन को मिलना ही है।

उज्जैन में भी चलेंगी ई बसें

मध्य प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, भोपाल सहित 6 शहरों में 552 ई-बस चलाई जाएंगी।

सिंहस्थ 2028 के लिए उज्जैन में बनेंगी सड़कें

सिंहस्थ 2028 के लिए उज्जैन शहर में बाइपास तथा शहर में सभी मार्गों को फोरलेन और 8 लेन की सड़क प्रस्तावित है।

उज्जैन में होगी सरसों अनुसंधान केंद्र की स्थापना

उज्जैन में चना और ग्वालियर में सरसों अनुसंधान केंद्र की स्थापना होगी। अनुसूचित जाति जनजाति के एक हेक्टेयर तक के भूमि धारकों को 5 हॉर्स पावर तक के विद्युत पंप पर निशुल्क विद्युत आपूर्ति। मुख्यमंत्री कृषि कल्याण योजना में 4900 करोड़ रुपए रखे गए हैं।

सिंहस्थ : आसपास के जिलों के लिए 500 करोड़ का बजट

2028 में उज्जैन में सिंहस्थ मेला आयोजित होगा। इसके लिए 10 जिलों में आधारभूत संरचनाओं को विकसित करने के लिए 500 करोड़ रुपए रखे गए हैं। उज्जैन तथा जबलपुर शहर को आगामी तीन वर्ष में केंद्र सरकार से 270 करोड रुपए मिलेंगे।

श्रीकृष्ण पाथेय योजना लागू होगी , राम पधगमन पर भी होगा कम

श्रीकृष्ण पाथेय योजना लागू होगी
वीर भारत न्यास स्थापित किया जा रहा है। भगवान श्री राम ने वनवास के दौरान प्रदेश के विभिन्न स्थानों से पथगमन किया था। इन्हें चिह्नित कर विकसित किया जाएगा, श्री कृष्ण पाथेय योजना लागू होगी।