आइडलिक कॉलेज की करतूत- ‘बेगुनाह’ छात्र को किया बाहर, फीस वसूली

◼️किसी विभाग से नहीं डर रहे नामी संस्थान
◼️देअविवि की लापरवाही-ढिलाई से छात्र दुखी

 

इंदौर। भाजपाई अक्षय बम के आइडलिक कॉलेज का नाम एक बार फिर सामने आया है। एमबीए पेपर लीक मामले में सामने आए कॉलेज प्रशासन ने पुलिस की कार्रवाई में निर्दोष पाए गए छात्र को अब कॉलेज से निकाल दिया है। ऊपर से टीसी देने से पहले पूरी फीस जमा करवाने का भी कालेज पर आरोप है। परेशान हुए छात्र ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में इसकी सप्रमाण शिकायत की है। उसका कहना है कि, कॉलेज की लापरवाही के कारण मेरा भविष्य खराब हो रहा है।

क्या हुआ था…
दरअसल, गत दिनों एमबीए प्रथम सेमेस्टर के 2 पेपर लीक होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उक्त कॉलेज के कम्प्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी और 2 छात्रों को गिरफ्तार किया था। दीपक सोलंकी द्वारा अपराध कबूलने के बाद दोनों छात्रों को सरकारी गवाह बनाया गया था। इन छात्रों ने पुलिस को पूरी सच्चाई बताई।
कार्रवाई के बाद दोनों छात्रों को बेगुनाह सिद्ध कर दिया गया। अब कॉलेज ने छात्र गौरव गौर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे कॉलेज से निकाल दिया है। इस पर उसने विवि में शिकायत की है।

बचे हुए भी भरवा लिए
जानकारी के अनुसार छात्र ने शिकायत की कि, पुलिस कार्रवाई में निर्दोष पाए जाने के बाद भी कॉलेज ने उसे बर्खास्त कर दिया है। उसने बताया कि एमबीए पाठ्यक्रम की फीस 2.70 लाख में से 2 लाख रूपए वह पहले ही जमा कर चुका है। 24 जून को वह नो-ड्यूज लेने कॉलेज पहुंचा। उस दौरान उसने बचे हुए 70 हजार रूपए भी जमा कर दिए। इसके बाद उसे टीसी दे दी गई।
छात्र का आरोप है कि, कॉलेज के इस फैसले से उसके 2 साल भी खराब हो रहे और पैसा भी चला गया। पहले ही उसका नाम पेपर लीक में बदनाम हो चुका है।

विवि पूरी मदद करेगा
इस बारे में विवि प्रशासन का कहना है कि, यदि छात्र बेगुनाह है तो विश्वविद्यालय उसकी पूरी मदद करेगा। उसका साल खराब नहीं होने दिया जाएगा।