युगपुरुष धाम में बच्चों के बीमार होने का नहीं थम रहा सि‍लसिला, 7 और भर्ती

 

तीन अभी भी गंभीर, बच्चों को दूसरी जगह किया शिफ्ट, आज आश्रम होगा पूरा खाली

इंदौर। पंचकुइया स्थित अनाथ आश्रम युगपुरुष धाम बौद्धिक विकास केंद्र में मानसिक दिव्यांग बच्चों के बीमार होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। शुक्रवार को भी सात बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में भर्ती किया गया है। अब तक आश्रम से 81 बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया जा चुका है।
इनमें से गुरुवार को 12 और शुक्रवार 21 बच्चों की छुट्टी कर दी गई है। स्वस्थ्य हुए बच्चों को सामाजिक न्याय विभाग और अन्य संस्थाओं के आश्रम भेजा जा रहा है। आज आश्रम को खाली करवाकर पूरी तरह सफाई की जाएगी। इसके बाद बच्चे पुन: शिफ्ट किए जाएंगे।

आज आश्रम से बच्चों को कर रहे शिफ्ट

महिला व बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधोलिया ने बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है। अस्पताल से ठीक हुए बच्चों को सामाजिक न्याय विभाग के मूक बधिर आश्रम और अन्य दिव्यांग बच्चों की अन्य संस्था में शिफ्ट कर दिया हैं। आज आश्रम के अन्य बच्चों को भी शिफ्ट कर दिया जाएगा।

15 में बच्चों में हैजा की पुष्टि

चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय की अधीक्षक डा. प्रीति मालपानी ने बताया कि आश्रम से आए बच्चों की सेहत में सुधार हो रहा है। शुक्रवार को भी कुछ बच्चे उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद भर्ती हुए हैं। करीब 15 बच्चों में हैजा की पुष्टि हुई है। तीन गंभीर हैं।

कांग्रेस का आरोप- कब्रिस्तान में भी दफनाए कुछ बच्चे

युगपुरुष आश्रम में छह बच्चों की मौत सरकारी रिकॉर्ड पर हो चुकी है। जबकि कांग्रेस ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए मौतों का आंकड़ा इससे दोगुना होने की आशंका जताई है। कांग्रेस महासचिव राकेशसिंह यादव ने लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि न केवल पंचकुइया मुक्तिधाम बल्कि पास के कब्रिस्तान में भी बीते कुछ सप्ताह में अनाथ आश्रम के बच्चों को दफनाया जा चुका है।
श्मशान और कब्रिस्तान के रिकॉर्ड रजिस्टर के गायब होने के साथ कांग्रेस नेताओं ने वहां के कर्मचारियों के नाम भी जारी कर दिए हैं। कांग्रेस महासचिव ने शिकायत की है कि पंचकुइया श्मशान घाट में छह बच्चों की जगह आठ बच्चों की कब्र खुदवाकर संचालिका अनीता शर्मा ने दफनाया है।