मामला आईईटी का- अनुमति बिना खुल रहा अमूल पार्लर, अवैध निर्माण का आरोप

 

 

◼️पीएमओ-मुख्यमंत्री व नगर निगम को भी की शिकायत
◼️देअविवि की कुलपति सहित जिम्मेदार बच रहे बोलने से
◼️कार्य-परिषद का फैसला बताकर टाल रहे
◼️विभाग से पार्लर दूर, बार-बार आना-जाना दिक्कतदायी
◼️निदेशक को परिसर की कोई चिंता नहीं
◼️निर्माण को लेकर किसी के पास कोई जानकारी नहीं
◼️ठेके में ‘ईसी’ सदस्यों के शामिल होने का आरोप
◼️कैंटीन का उद्देश्य सिर्फ कमाई, सुरक्षा नहीं

इंदौर। खंडवा रोड स्थित आईई टी विभाग के परिसर में निर्माणाधीन कैंटीन को लेकर विवाद अब भी जारी है। परिसर में सांची पार्लर खोले जाने के नाम पर अब अमूल के लिए निर्माण कार्य हो रहा है, जिसका कर्मचारी संघ विरोध कर रहा है। इसकी बकायदा लिखित शिकायत कुलपति को की गई है। उधर शुक्रवार को यह शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री कार्यालय सहित नगर निगम इंदौर को भी की गई है।
विवि के उक्त विभागीय परिसर में इस पार्लर के बनने की शिकायत संघ ने कुलपति को आवेदन देकर की है। संघ का कहना है कि इससे बाहरी तत्वों का परिसर में प्रवेश होगा और माहौल खराब होने की सम्भावना रहेगी।
ज्ञात हो कि, विवि की कार्य-परिषद ने परिसर में सांची पार्लर खोलने का निर्णय लिया था। इसमें सांची और अन्य मदर डेयरी को भी शामिल करने की अनुमति दी थी, पर बाद में निर्णय में ही हेरफेर किया गया है। परिसर में अंदर की अपेक्षा अब यह पार्लर खोलने के लिए मुख्य द्वार के पास ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके विरोध में कर्मचारी संघ ने मैदान पकड़ लिया है। संघ ने इस निर्माण को परिसर के लिए अनुचित बताते हुए शिकायत की है।

बॉक्स —पर्दे के पीछे कौन ?
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दीपक सोलंकी ने आरोप लगाया कि, परिसर में पार्लर के नाम पर कोई बाहरी एजेंसी अवैध निर्माण कर रही है। इसकी यांत्रिकी विभाग द्वारा कोई अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि कार्य-परिषद द्वारा सांची पार्लर के लिए 156 वर्गफीट की जगह आवंटित की गई थी, लेकिन द्वार के पास 400 वर्गफीट पर अमूल का निर्माण किया जा रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि मुख्य द्वार पर कैंटीन खोलने से सुरक्षा और अनुशासन से संबंधित समस्याएं शुरू हो सकती हैं। परिसर में पहले ही आए दिन विवाद होते रहते हैं, और इस कैंटीन से यह और बढ़ेंगे।
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