आषाढ़ी गुप्त नवरात्रि में देवी मंदिरों में विशेष अनुष्ठान

उज्जैन। आषाढी गुप्त नवरात्रि की शुरूआत शनिवार से हो गई है। इस अवसर पर जहां हरसिद्धि के साथ ही अन्य प्रमुख देवी मंदिरों में विशेष अनुष्ठान हो रहे है वहीं चक्रतीर्थ पर भी तांत्रिकों द्वारा गुप्त साधना करने का सिलसिला जारी हो गया है।

हालांकि ज्योतिषियों का कहना है कि गुप्त नवरात्रि सामान्य लोगों के लिए नहीं होती है, क्योंकि यह नवरात्रि सिर्फ देवी साधक या तांत्रिकों के लिए शास्त्रोक्त रूप में मान्य है लिहाजा उज्जैन के चक्रतीर्थ के साथ ही हरसिद्धि, गढ़कालिका और  विक्रांत भैरव जैसे स्थानों पर तांत्रिकों के पहंुचने का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसा माना जाता है कि उज्जैन में की गई तंत्र साधना का फल तुरंत ही होता है वहीं गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की आराधना की जाती है।  माता रानी के भक्त गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना करते हैं।   इस साल आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रि में इस बार गुप्त नवरात्रि में माता रानी की सवारी घोड़ा है।  साल भर में चार नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है।   चैत्र और शारदीय नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा आराधना की जाती है लेकिन गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा के 10 महाविद्याओं की तांत्रिक विधि से पूजा आराधना की जाती है।

दिसंबर तक हरसिद्धि मंदिर में दीप मालिका की बुकिंग

गुप्त नवरात्रि में साधक शक्तिपीठ हरसिद्धि, गढ़कालिका माता आदि प्राचीन देवी मंदिरों में गुप्त साधना करेंगे। हरसिद्धि मंदिर में प्रतिदिन शाम को संध्या आरती के समय भक्तों के सहयोग से दीपमालिका प्रज्वलित की जाएगी। इसके लिए भक्तों ने अग्रिम बुकिंग करा रखी है। वर्ष 2024 में 31 दिसंबर तक दीपमाला की बुकिंग फुल है। शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में संध्या आरती के दौरान दीपमाला प्रज्वलित कराने का विशेष महत्व है। पहले सिर्फ शारदीय नवरात्र के दिनों में दीपमालिका प्रज्वलित की जाती थी। लेकिन बीते कुछ वर्षों से मंदिर में दीपमालिका प्रज्वलित कराने के लिए लगातार भक्तों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में नवरात्रि के अलावा शेष दिनों में भी दीपमाला प्रज्वलित कराई जा रही है। मंदिर परिसर में मराठा कालीन दो दीपस्तंभ हैं, इन्हें दीपमाला कहा जाता है। दीपमाला प्रज्वलित करने के लिए तेल के 4 डिब्बों का उपयोग किया जाता है। एक बार दीपमाला प्रज्वलित कराने में करीब 15 हजार रुपये का खर्च आता है।