मुख्यमंत्री को ऐसे भ्रष्ट पुलिसकर्मी पर करनी होगी कार्यवाही
इंदौर। शहर का सबसे बड़ा थाना जो की वसूली में अपना काफी नाम रखता है। इस थाने के टीआई की खुली छूट का नतीजा यह है कि
भंवरकुआ थाने का हेड कांस्टेबल जितेंद्र परमार पुलिस कमिश्नरी के लिए एक बड़ा धब्बा बन गया है।
जितेंद्र परमार की इस थाने पर तूती इतनी बोलती है कि उसके आगे कोई भी स्टाफ का व्यक्ति नही बोल पाता है।
मिली जानकारी के अनुसार जितेंद्र परमार भंवरकुआ क्षेत्र के शराब ठेके के साथ होटल में चल रही अवैध गतिविधियों को लेकर भी तोड़ बट्टे में भी माहिर है, तो वही अधिकतर थाने पर सेटिंग से लेकर पैसे कमाने तक की बातों में जितेंद्र परमार हमेशा से सक्रिय रहा है।
3 दिन पूर्व सोशल मीडिया के पुलिस थाने के ग्रुप में जिस तरह से जितेंद्र परमार ने अश्लील वीडियो डाला था। उससे अब पुलिस महकमें के साथ मुख्यमंत्री हाउस तक भी परमार की उक्त हरकत पहुंची है।
इंदौर की आम जनता ने जब सोशल मीडिया पर इस तरह की हरकत हेड कांस्टेबल द्वारा करते हुई देखी तो सख्त से सख्त कार्रवाई करने की आवाज भी अब उठने लगी है।
इंदौर में इन दिनों शहर की पुलिस कमिश्नरी के कप्तानी राकेश गुप्ता के हाथ में है और ऐसे में उम्मीद है कि राकेश गुप्ता जितेंद्र परमार के मामले में कोई कड़ा फैसला लेंगे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी इस पूरे मामले में संज्ञान लेना चाहिए वही यह भी जानना चाहिए कि इस जितेंद्र परमार के पीछे आखिर कौन से राजनीतिक लोग हैं जो उसे बार-बार भंवरकुआ थाने पर पहुंचा देते हैं।
नियम अनुसार कोई भी हेड कांस्टेबल या पुलिसकर्मी सालों तक एक ही थाने पर नौकरी नहीं कर सकता है। इसके बावजूद भी सारे नियमों की धज्जियां उड़ाकर परमार आज भी भरोसा थाने पर अपने पैर जमाए हुए हैं।