किसानों की उपज के लिए बनाए करोड़ों रुपए के शेड पर व्यापारियों का कब्जा

 

इंदौर। बारिश आ चुकी है और इंदौर की मंडियों में अनाज लाने वाले किसान परेशान हैं। किसान मोर्चा का कहना है कि मंडियों में अनाज को सुरक्षित रखने के लिए जगह नहीं है। इंदौर की मंडियों में किसानों की उपज को सुरक्षित रखने के लिए करोड़ों रुपए के शेड बनाए गए हैं लेकिन उन पर व्यापारियों ने कब्जा कर लिया है। व्यापारी इन शेड का गोदाम की तरह उपयोग करते हैं और कई दिनों तक उनका माल इन शेड में पड़ा रहता है।

संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव, चंदन सिंह बड़वाया और शैलेंद्र पटेल ने बताया कि आजकल इंदौर का मौसम अचानक बिगड़ जाता है और बारिश होने लगती है। ऐसे में किसानों के माल की कोई सुरक्षा नहीं है। उन्हें धूप, बरसात में अपनी उपज को ट्रालियां और वाहनों में रखना पड़ता है। जिससे उपज खराब हो जाती है और उन्हें बराबर भाव नहीं मिलता है।

किसानों की फसल हो जाती है खराब

सभी ने बताया कि किसानों के साथ व्यापारियों के द्वारा की जा रही इस मनमानी का किसान संगठन पुरजोर विरोध करते हैं। हमने मंडी समिति से मांग की है कि किसानों के लिए बनाए गए शेड को तत्काल व्यापारियों से खाली करवाएं और किसानों की उपज को सुरक्षा दें। कई बार गांव से उपज लेकर किसान जब आता है तब मौसम खुला रहता है लेकिन मंडी में नीलामी, तोल में और भुगतान में लंबा समय लगता है और ऐसे में मौसम बदल जाता है तो किसान की उपज खराब होती है।

व्यापारियों रहता है शेड के नीचे

सभी ने बताया कि मंडी समिति ने दिखाने को तो किसानों के लिए करोड़ों रुपए के शेड बनाए हैं लेकिन उन शेड का अधिकांश उपयोग व्यापारी ही कर रहे हैं। व्यापारी माल खरीद कर शेड में रख देते हैं और कई कई दिन तक वह माल वहीं पड़ा रहता है। वहीं पैकिंग होता है और उसके बाद भेजा जाता है। एक तरह से बगैर किराए के मंडी शेड का व्यापारी उपयोग कर रहे हैं। इसको लेकर पूरे जिले के किसानों में आक्रोश है।

Author: Dainik Awantika