अब ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन से ही जारी होंगे वाहनों के फिटनेस
इंदौर में स्टेशन स्थापित होने से नई व्यवस्था लागू
इंदौर। जिले में वाहनों के फिटनेस की नई व्यवस्था लागू की गई है।शुक्रवार को सभी वाहनों के फिटनेस आटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन से किए जाएंगे। नायता मुंडला स्थित परिवहन कार्यालय से अब वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं होंगे। वाहन स्वामियों को आटोमेटेड स्टेशन से ही वाहनों के फिटनेस कराने होंगे।
वाहनों के फिटनेस में पारदर्शिता आएगी
इससे वाहनों के फिटनेस में पारदर्शिता आएगी और खटारा वाहनों का चलना मुश्किल होगा।नेमावर रोड़ इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास इंदौर स्थित वेदांती व्हीकल फिटनेस (एसपीवी) द्वारा ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) के माध्यम से वाहनों के फिटनेस का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
नेमावर रोड इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास स्थित वेदांती व्हीकल फिटनेस (एसपीवी) द्वारा ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) के माध्यम से वाहनों के फिटनेस किए जाएंगे। इंदौर जिले में वाहनों की फिटनेस स्टेशन के माध्यम से ही की जाएगी।
नई व्यवस्था लागू
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की अधिसूचना के अनुपालन में यह व्यवस्था लागू की गई है। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय इंदौर से फिटनेस जारी नहीं किया जायेगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा की गई सड़क हादसों की समीक्षा में ज्यादातर हादसे खटारा वाहनों के कारण होना पाया गया था। इन वाहनों से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा था। 2018 में योजना बनाई गई थी कि देश में सभी कमर्शियल वाहनों का फिटनेस टेस्ट मैन्युअली करने के बजाए ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशनों (एटीएस) के माध्यम से किया जाए।
इसे कई बार अनिवार्य करने की घोषणा हुई, लेकिन स्टेशन के अभाव में व्यवस्था लागू नहीं हो सकी। अब इंदौर में स्टेशन स्थापित होने से व्यवस्था लागू कर दी गई है।
सिस्टम चेक करेगा वाहन की कमी
ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन में वाहनों की फिटनेस मैन्युअली के बजाय आटोमेटेड सिस्टम से होगी। इसमें एक ट्रेक से वाहनों को गुजारा जाएगा। ट्रेक पर चलने के दौरान वाहन के बाहरी हिस्सों से लेकर आंतरिक पुर्जों तक का परीक्षण सिस्टम खुद करेगा और किसी प्रकार की कमी सामने आने पर वाहन काे अनफिट घोषित कर देगा।इससे फिट वाहन ही सड़कों पर चल सकेंगे।