मंत्री का पीए बताकर कर रहा था लोगों के साथ ठगी का आरोपी उज्जैन से पकड़ाया
शुजालपुर। मै शुजालपुर विधायक एवं मंत्री इंदरङ्क्षसह परमार का पीए पवन बंसल बोल रहा हॅॅू, आपकी बोरवेल मशीन कहा है, विधायक निधि से 15 बोर 500-500 फीट के लगवाना है, इसके लिए टेंडर निकला है, नवम्बर से पहले टेंडर डलवा दों एवं टेंडर राशि एडवांस उठा लो तो, यह फोन अकोदिया थाना क्षेत्र के चापडिया निवासी राजअंश उर्फ अंशु पिता हुकुमसिंह मेवाडा के मोबाईल पर गुरूवार को आया था। अंशु को जिस व्यक्ति ने मंत्री परमार का पीए बताया उसने अपना नाम पवन बंसल बोला तथा जिस नम्बर से अंशु के पास फोन आया उस नम्बर की डीपी पर मंत्री इंदरसिंह परमार का गु्रप में फोटों भी लगा हुआ था, साथ ही टूॅ कालर पर संबंधित का नाम दीनदयाल नलखेडा गौतम पीए आ रहा था। जिस व्यक्ति ने अंशु मेवाडा को फोन लगाया उसने अंशु से डाक्यूमेंट संबंधी जानकारी ली, साथ ही पंजीयन के लिए पूछा और ईएमडी के नाम पर 38 हजार 800 रुपए की मांग की, चूकी अंशु शुजाालपुर विधानसभा क्षेत्र का ही रहने वाला था तो उसने सामने वाले व्यक्ति से पूछा कि आप शुजालपुर में हो या कही और तो सामने वाले व्यक्ति ने कहा मैं भोपाल में मंत्री जी के साथ हूॅ, यदि हॉ करते हो तो ईएमडी के लिए चालान भरना होगा, इसके लिए ईचालान भरेगा और मेरे पास एक लड़का है जो चालान जमा कर देगा मुझे 38 हजार 800 रुपए का पैमेंट कर दो, यह कहते हुए सामने वाले व्यक्ति को अंशु को क्यूआरकोड भेजने की बात कही। उसके बाद वाट्सअप पर मैसेज किया, जिसमें पवन बंसल पीए इंदरसिंह परमार लिखा हुआ था और वाटसअप की डीपी पर मंत्री परमार का फोटों लगा हुआ था। अंशु ने मंत्री परमार के पीए विजय गुप्ता से फोन पर चर्चा करते हुए इस तरह के टेंडर निकलने संबंधी जानकारी चाही और सम्पूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराया। जिस पर मंत्री परमार के पीए विजय गुप्ता ने कहा कि पवन बंसल नाम का कोई मंत्रीजी का पीए नहीं है। मंत्री परमार का पीए बताकर धोखाधडी करने वाले व्यक्ति के संबंध में अंशु ने अकोदिया पुलिस को शिकायत की। साथ ही मंत्री परमार ने भी उनका नाम लेकर लोगों के साथ धोखाधडी करने वाले के विरूद्ध कार्यवाही के लिए कहा।
फर्नीचर सप्लाई के नाम पर ठगे हजारों रुपए
मंत्री और विधायक का पीए बताकर ठगी करने का दूसरा मामला भी सामने आया, मिली जानकारी अनुसार शुजालपुर निवासी एक व्यापारी के पास कुछ दिवस पूर्व फोन आया जिसमें सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि मैं मंत्री इंदरसिंह परमार के कार्यालय से उनका पीए पंकज जोशी बोल रहा हॅॅू, क्षेत्र के सीएम राइज विद्यालय में फर्नीचर की आवश्यकता है, इसके लिए फर्नीचर सप्लाई करना है, जिस व्यक्ति ने फोन लगाया उसने व्यापारी से दस्तावेज संबंधी जानकारी ली और जीएसटी रजिस्ट्रेशन संबंधी जानकारी लेने के अलावा रजिस्ट्रेशन शासकीय सप्लाई के लिए आवश्यक होना बताया। इसके लिए शुल्क 18930 रुपए होना बताते हुए सामने वाले व्यक्ति ने एक क्यूआरकोड भेजा, इस क्यूआरकोड को स्केन करने पर जीएसटी सेवा केन्द्र लिखा हुआ था। स्थानीय व्यापारी ने क्यूआरकोड को स्केन कर 18930 रुपए की राशि आॅनलाईन भेज दी। जिस व्यक्ति ने फोन लगाया था उसने टेलीग्राम के माध्यम से चर्चा की और सामने वाले व्यक्ति ने डीपी पर मंत्री परमार का ग्रुप फोटों लगा रखा था, जब स्थानीय व्यापारी ने राशि ट्रांसफर करने के बाद जानकारी ली तो बता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। जिस पर सायबर सेल को शिकायत की गई। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।