नए सेंट्रल जेल में बनेगा ओपन थिएटर, स्कूल, तो कठोर सजा के लिए बनेगी ‘अंडा सेल’
22 साल बाद फिर शुरू होगा प्रोजेक्ट, कैबिनेट में 217 करोड़ रुपए किए स्वीकृत
इंदौर। सांवेर रोड पर बन रही नई खुली केंद्रीय जेल के निर्माण को अब रफ्तार मिलने जा रही है। करीब 22 वर्ष पहले शुरू हुए इस प्रोजेक्ट के लिए कैबिनेट ने हाल ही में 217 करोड़ रुपए स्वीकृत किए है। यह जेल अन्य जेलों के मुकाबले खास है। यहां पर ओपन थिएटर से लेकर स्कूल तक बनेगा। इसके साथ कठोर सजा देने के लिए अंडा सेल भी बनाई जाएगी। फिलहाल यहां बाउंड्री वाल, वॉच टावर, किचन आदि का निर्माण कार्य किया जा चुका है।
अफसरों के अनुसार, इस प्रोजेक्ट को आगामी वर्ष तक पूरा कर लिया जाएगा। प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी खुली केंद्रीय जेल का प्रोजेक्ट 2002 में तैयार किया गया था। 51 एकड़ में फैले इस प्रोजेक्ट के लिए पुनर्धनत्चीकरण योजना के तहत कलेक्टर और गृह निर्माण मण्डल के बीच एमओयू हुआ था। जिसमें मप्र गृह निर्माण मंडल द्वारा नई जेल का निर्माण कराया जाना था।
बीते 11 साल से बंद था काम
2008 तक 8.83 करोड़ रुपए की लागत से प्रशासनिक भवन, बाउंड्रीवाल और 21 आवास का निर्माण किया गया। इसके बाद राज्य शासन ने अनुबंध निरस्त कर दिया। करीब 11 वर्ष तक काम बंद रहने के बाद मार्च 2019 में राज्य मंत्री परिषद द्वारा केन्द्रीय जेल इंदौर के शेष निर्माण कार्य के लोक निर्माण विभाग के पीआईयू सेल का काम सौंपा गया।
तब यहां 2000 बंदियों की क्षमता के लिहाज से 167.30 करोड़ रुपए की लागत निर्माण करने पर सहमति हुई। मई 2019 को परियोजना परीक्षण समिति की बैठक में प्रस्तावित जेल की क्षमता बढ़ाकर 3041 बंदियों की गई।
20 बेड का अस्पताल
इसके बाद राज्य शासन ने जेल के कार्य को तीन चरणों में बांट दिया और लागत बढ़ाकर 208 करोड़ रुपए कर दी गई। 2020 में प्रथम चरण में 60 करोड़ रुपए जारी किए गए। जिससे जिसमें से 760 बंदियों के लिए दो बैरक, किचन शेड, वॉच टावर, 20 बेड का अस्पताल आदि कार्य का निर्माण कार्य किया गया।
अब होगा तेजी से काम
जानकारी के अनुसार कुछ माह पहले इस प्रोजेक्ट को लेकर हुई बैठक में खुली जेल में ओपन थिएटर, स्कूल, लांड्री और 102 आवास निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया। दूसरे और तीसरे चरण का प्रस्तावित बजट 217.73 करोड़ रखा गया। जिसे हाल ही में कैबिनेट ने स्वीकृत कर दिया है।