भोपाल से अपहरण कर लाई गई नाबालिग युवतियों का खिलचीपुर लॉज में हुआ सौदा
ब्यावरा/राजगढ। नाबालिग युवतियों को बागसेवनिया भोपाल से अपहरण कर राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में सौदा करने का एक मामला लाँज से सामने आया है। जहां लॉज में खिलचीपुर से सटे राजस्थान सीमा क्षेत्र के गांव में नाबालिग युवतियों को बेचा गया। भोपाल के बागसेवनिया थाने में दर्ज इस मामले में लॉज मैनेजर को पूछताछ के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है। खिलचीपुर के बस स्टैंड स्थित श्रीनाथ लॉज में तहकीकात करने भोपाल के बागसेवनिया थाना पुलिस पहुंची तो हड़कंप मच गया। घटना सुनकर लोग हैरान है कि खिलचीपुर की लॉज में नाबालिग लड़कियों का सौदा हो रहा है।
नाबालिग लड़कियों का अपहरण कर सौदा करने के मामले की जांच के दौरान बागसेवनिया थाने से एसआई अरुण मलिक, हेड कांस्टेबल रणजीतसिंह, एक महिला कॉन्स्टेबल द्वारा गिरफ्तार हुई दो महिलाओं के साथ शिनाख्ती के लिए खिलचीपुर पहुंचे। जहां उन्होंने बस स्टैंड पर श्रीनाथ लॉज के दस्तावेजों की जांच की। जिसके मुताबिक बीते 26 जून की रात को 11 बजे मैनेजर जगदीश सोंधिया ने 2 महिला 3 नाबालिग लड़कियां और एक पुरुष 500 रुपए में ठहराया था। 26 जून को भोपाल से इनका अपहरण हुआ था। मैनेजर जगदीश का कहना है कि रजिस्टर में दर्ज रामगोपाल नामक व्यक्ति ने उनसे कहा था कि वो परिवार के साथ खाटू श्याम दर्शन करने जा रहे हैं। उनके साथ उस समय दो महिलाएं, तीन नाबालिग लड़कियां थी। वहीं विवेचना अधिकारी के अनुसार, भोपाल से बीते 26 जून को बागमुगलिया इलाके की दो नाबालिग लड़कियों का अपहरण हुआ था। मामले में बागसेवनिया पुलिस ने दो महिला आरोपी और एक रामगोपाल को गिरफ्तार किया है।
घटना में गिरफ्तार महिला नजमा खान उर्फ रुबी पति रामानंद कामत, संगीता हिर्वे पति राजू हिर्वे, महिला सुनीता और उसका पति रामसिंह ठाकुर इंदौर में शादी में जाने का प्रलोभन देकर दोनों युवतियों को झालावाड़ राजस्थान के घाटोली गांव में बेच गए। दोनों युवतियों की बरामदगी केलखोयरा रोड़ घाटोली से दुगार्लाल लोधा नामक युवक के मकान से हुई। युवतियों को दुगार्लाल ने एक लाख 55 हजार में खरीदा था। लॉज के मैनेजर जगदीश सौंधिया को पूछताछ के लिए भोपाल पुलिस को हिरासत में साथ ले गई।