दूसरे दिन भी हिरासत में नहीं आये सहयोगी…हत्या के बाद शव क्षिप्रा में फेंकने वाला पति रिमांड पर

दैनिक अवंतिका उज्जैन। पत्नी की हत्या करने और हाथ-पैर बांधकर शव को बोरे में भरकर 2 साथियों के साथ लाश को क्षिप्रा नदी में फेंकने वाले पति को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। लाश को ठिकाने लागने वाले दोनों साथियों की तलाश जारी है। रविवार शाम तक उनका सुराग नहीं मिल पाया था।
नागझिरी थाना क्षेत्र के त्रिवेणी स्थित क्षिप्रा नदी के छोटे पुल के पास से शनिवार सुबह बोरे में बंद महिला की लाश मिली थी। जिसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। मामला हत्या का होने पर पुलिस ने जांच शुरू की। कुछ घंटे बाद महिला की पहचान रचना पति गोकुल टिपानिया निवासी राममंदिर के पास पंवासा के रूप में हुई। पुलिस ने शाम होने से पहले हत्या का खुलासा कर दिया। रचना की रस्सी से गला दबाकर हत्या करने के बाद पति गोकुल ने अपने दो साथियों के साथ ई-रिक्शा में लाश को बोरा रखकर उसे क्षिप्रा नदी त्रिवेणी पर फेंका था। रविवार को पुलिस ने हिरासत में आये पति को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया। उसके दो साथियों की तलाश की जा रही है। जो नानाखेड़ा क्षेत्र के होना सामने आये है। नागझिरी टीआई कमल निगवाल ने बताया कि दोनों की तलाश में एक टीम उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है। दोनों के गिरफ्त में आते ही ई-रिक्शा को जप्त किया जायेगा।
दूसरे दिन पहुंचा था गुमशुदगी दर्ज कराने
पत्नी की हत्या कर लाश को क्षिप्रा नदी में फेंकने वाले पति को हिरासत में लेने के बाद पूछताछ में सामने आया कि उसने 11-12 जुलाई की रात 12 बजे हत्या को अंजाम दे दिया था। उसी रात लाश को साथियों की ई-रिक्शा में त्रिवेणी घाट के पास नदी में फेंक आया था। उसके बाद रचना के पिता तेजाराव परमार को बताया कि अस्पताल ड्युटी पर गई थी वापस घर नहीं लौटी है। 12-13 जुलाई की रात ससुर तेजाराव के साथ गुमशुदगी दर्ज कराने पंवासा थाने पहुंचा लेकिन वापस लौट गया था। 13 जुलाई को लाश मिलने के बाद उसे शिनाख्त के लिये अस्पताल लाया गया तो उसने कहा कि रात 12 बजे घर से लापता हुई थी। गुमशुदगी और शिनाख्त के दौरान बातों में विरोधाभास होने पर पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर हिरासत में लिया था। उसने आये दिन के विवाद में हत्या करना कबूल कर लिया।

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