देवास के डेम से छोड़ा पानी से शिप्रा नदी में बिन बारिश के रविवार को बढ़ गया जल स्तर

उज्जैन। शिप्रा नदी में बिना बारिश के रविवार दोपहर को जल स्तर बढ़ गया था। सुरक्षा की दृष्टि से रातभर प्रशासन अपनी नजर बनाए रखी। शाम को कलेक्टर रामघाट पहुंचे थे वहीं रात में एसपी और महाकाल थाना प्रभारी मैं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

 

मौसम विभाग में प्रदेश में बादलों की गड़गड़ाहट और तेज बारिश का अलर्ट जारी कर रखा है। उज्जैन में रिमझिम बारिश के आसार बने हुए हैं लेकिन बरसात नहीं हो रही है। बावजूद इसके रविवार दोपहर बाद अचानक शिप्रा नदी का जल स्तर तेजी के साथ बढ़ गया। शाम को हालात ऐसे दिखाई देने वालों कि रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर बने मंदिरों में पानी भर गया था। जल स्तर बढ़ता देख प्रशासन में तत्काल श्रद्धालुओं को नहान से रोकने का अलर्ट जारी कर दिया। एसडीईआरएफ, होमगार्ड टीम और पुलिस जवानों ने रामघाट की व्यवस्था संभाली। घाट की ओर आने वाले रास्तों पर बेरिकेट्स लगा दिए गए।

 

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह जलस्तर का जायजा लेने रामघाट पहुंच गए उन्होंने सुरक्षा के इंतजामों को पुख्ता रखने के निर्देश दिए। शिप्रा में बढ़ रहा पानी छोटे पुल से 2 फीट ऊपर पहुंच चुका था। रात में एसपी प्रदीप शर्मा और महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा रामघाट पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति को देखने के साथ घाट पर सुरक्षा के लिए तैनात एसडीईआरएफ टीम और होमगार्ड जवानों से जानकारी लेते हुए डूबते के लोगों को बचाने संसाधनों का डेमो देखा। रात भर प्रशासन की नजर शिप्रा नदी के जल स्तर पर बनी रही। बताया जा रहा है कि रविवार को देवास में हुई तेज बारिश के बाद वहां बने शिप्रा बैराज डेम के दो गेट ढाई मीटर के लिए खोल दिए गए। तेजी के साथ पानी उज्जैन शिप्रा नदी तक पहुंच गया। प्रशासन जहां रामघाट पर नज़रें बनाए हुए था वहीं त्रिवेणी स्थित घाट के साथ गऊघाट पर भी प्रशासन नजर रख रहा था।

आज सुबह छोटे पुल से नीचे था पानी
शिप्रा नदी के रामघाट पर तैनात प्रधान आरक्षक मोहन सिंह ने बताया कि आज सुबह भी शिप्रा का जलस्तर बढ़ा हुआ था। पानी छोटे पुल से नीचे आ चुका है लेकिन बहाव तेज बना हुआ है। रविवार दोपहर बाद से ही श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए लगातार एलाउंसमेंट किया जा रहा है। जल स्तर कम होने के बाद घाटों की सफाई व्यवस्था की शुरू कर दी गई है ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना न करना पड़े। एसडीईआरएफ की टीम लगातार पेट्रोलियम और सर्चिंग कर रही है। शिप्रा तेरा जल के सदस्य भी मुस्तैद दिखाई दे रहे हैं।

रामघाट से निकली गई दो कार
रविवार को शिप्रा का जलस्तर बढ़ाने के बाद रामघाट पर बाहर से आए श्रद्धालुओं की दो कार खड़ी थी। बढ़ते पानी के बाद दोनों कार हिचकोले खाने लगी थी। कार बहाने की आशंका को देखते हुए तत्काल होमगार्ड के जवानों ने रस्सी के सहारे बाहर निकाल लिया था। घाट पर दुकान लगाने वालों को भी जगह खाली करने के निर्देश दिए गए थे।