शहर के ऐतिहासिक धरोहर स्थलों को अब निजी हाथों में देने की तैयारी
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की नई पहल जल्द होंगे टेंडर जारी
इंदौर। इंदौर शहर के ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विख्यात राजवाड़ा, गोपाल मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, कृष्णपुरा, गांधी हाल से लेकर अन्य धरोहर को इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को ठेके पर देने की स्मार्ट सिटी योजना की तैयारी है। इसके लिए जल्द टेंडर भी जारी होने जा रहे हैं और प्रोजेक्ट पूरा होते ही इसे ठेके पर दे दिया जाएगा।
बताया जाता है कि होलकर शासन के भवन से लेकर ऐतिहासिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध सभी स्थल अब निधि हाथों में सौंपने की तैयारी है। प्रतिवर्ष इवेंट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा नगर निगम को निश्चित राशि का भुगतान करना होगा। इसके एवज में सभी पर्यटन स्थल पर टूरिज्म को बढ़ावा देने से लेकर यहां पर पर्यटकों के लिए टिकट से लेकर
सारी व्यवस्था संबंधित कंपनी करेगी।
ऐतिहासिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध स्थलों के रखरखाव का जिम्मा भी इसी कंपनी का होगा। स्मार्ट सिटी योजना के तहत इसको लेकर तैयारियां है और निश्चित अनुबंध की शर्तों को लेकर भी चर्चाओं का दौर जारी है। गांधी हाल से लेकर कृष्णपुरा छत्री, बोलियां की छतरी, राजवाड़ा, गोपाल मंदिर, बांके बिहारी मंदिर सहित कई ऐतिहासिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध खोलकर शासन काल के स्थल निजी हाथों में सौंपा जा रहे हैं ताकि रखरखाव के साथ-साथ निश्चित राशि नगर निगम को भी मिलेगी।
अभी की स्थिति में निगम इन धरोहरों की देखभाल भी बराबर नहीं कर पा रहा है इसलिए भी ठेके पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट द्वारा देने की तैयारी है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट सीईओ ने बताया कि इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को सौंपेंगे। इसके लिए प्रोजेक्ट पूरा होते ही टेंडर भी जारी किए जाएंगे। संबंधित कंपनी द्वारा एक निश्चित राशि निगम को दी जाएगी तथा इस तरह के ऐतिहासिक धरोहर की देखभाल का जिम्मा भी उसी कंपनी का होगा। रोजाना पर्यटकों के आने से लेकर निश्चित टिकट राशि भी संबंधित कंपनी निर्धारित करेगी व सालाना निगम को भुगतान करने के साथ ही अनुबंध की शर्तों के अनुसार काम करेंगे।