तड़के 5 बजे उठा बड़े साहब का घोड़ा, अमन शांति के साथ निकाला मोहर्रम पर्व का जुलूस
उज्जैन। मुस्लिम समुदाय के मोहर्रम पर्व का जुलूस मंगलवार-बुधवार रात शुरू हुआ। तड़के 5 बजे बड़े साहब का घोड़ा उठाया गया। सुबह 10 बजे तक मोहर्रम का जुलूस गुजरी चौराहा पार कर चुका था आज दोपहर कर्बला में मेला लगेगा।
मुस्लिम समुदाय द्वारा अपने इमाम हुसैन की शहादत में मोहर्रम पर्व मनाया जाता है पिछले आठ दिनों से मुस्लिम समुदाय के क्षेत्र में छोटे-छोटे जुलूस निकाले जा रहे थे। आज मोहर्रम की 10 तारीख होने पर मंगलवार-बुधवार रात सबसे बड़े जुलूस की शुरुआत हुई। मंगलवार शाम से ही गीता कॉलोनी और निकास चौराहा पर बड़े साहब, छोटे साहब के स्थलों पर समाज जनों की भीड़ एकत्रित होना शुरू हो गई। जहां इबादत की जा रही थी वहीं मातम मना कर या हुसैन या हुसैन की आवाज सुनाई दे रही थी। रात 12 बजे जुलूस की शुरुआत हुई मुस्लिम क्षेत्रों से निकलने वाले जुलूस निकास चौराहा की ओर पहुंचने लगे थे। जहां से जुलूस का कारवां शुरू हुआ। मुस्लिम समुदाय को इंतजार था बड़े साहब और छोटे साहब का घोड़ा उठाए जाने का। तड़के 4 बजे बाद गीता कॉलोनी से घोड़ा उठाया गया वहीं 5 बजे निकास चौराहा से घोड़ा उठते ही समाजजन अपने इमाम हुसैन की याद में दौड़ते नजर आने लगे। निकास चौराहा से कंठाल, नई सड़क, फवारा चौक, दौलतगंज, तोपखाना, लोहे का पुल, महाकाल घाटी, गुदरी चौराहा, पटनी बाजार होते हुए मोहर्रम का जुलूस केडी गेट कर्बला मैदान की ओर बढ़ता रहा। आज दोपहर 12 बजे तक कर्बला मैदान पहुंच जाएगा जहां समाज जनों द्वारा धार्मिक कार्यक्रम कर मेला लगाया जाएगा। यहां पर जुलूस में शामिल घोड़े, बुर्राक, दुलदुल ठंडे किए जाएंगे।
बिना विवाद शांति के साथ निकाला जुलूस
इस बार मोहर्रम जुलूस को लेकर प्रशासन और पुलिस ने पहले से ही अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली थी। जुलूस में घोड़े, बुराक, दुलदुल लेकर शामिल होने वाले आयोजनों की बैठक लेकर जुलूस में हथियार नहीं लेकर आने और यातायात नियमों का पालन करने के साथ प्रशासन के निर्देशानुसार ही जुलूस निकालने की हिदायत दी गई थी। रात 8 बजे से ही पुलिस और प्रशासन ने जुलूस मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था के चलते तैनाती कर दी थी। रात भर शांति के साथ जुलूस को आगे बढ़ाया जाता रहा। कहीं से भी भगदड़ और विवाद होने की सूचना सामने नहीं आई।