तीन शिफ्टो में तैनात है एसडीईआरएफ टीम क्षिप्रा में आये उफान से 40 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला
उज्जैन। वर्षाकाल को देखते हुए क्षिप्रा नदी के घाटों पर होमगार्ड की एसडीईआरएफ टीम तैनात की गई है। मंगलवार को क्षिप्रा में आये उफान के बीच फंसे 40 श्रद्धालुओं को टीम ने बचाकर बाहर निकाला गया और सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया। इस दौरान कई वाहनों को तेज बहाव में डूबने से रोका गया। आम दिनों में भी एसडीईआरएफ के साथ होमगार्ड के जवान घाटो पर सुरक्षित की दृष्टि से सर्चिंग करते रहते है। होमगार्ड/एसडीईआरएफ डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि वर्षाकाल को देखते हुए क्षिप्रा नदी के घाटो पर होमगार्ड की एसडीईआरएफ टीम के 30 जवानों की तीन शिफ्ट में तैनाती की गई है। जो 24 घंटे मुस्तैद रहेगें। मंगलवार को देवास में हुई बारिश के बाद वहां के डेम का गेट खोल दिया गया था। जिसके चलते क्षिप्रा में एकाएक उफान आया गया। रामघाट, सिद्धआश्रम घाट, नृसिंह घाट पर कई श्रद्धालु आस्था का नहान करने आये थे। क्षिप्रा का जलस्तर बढ़ने से कई श्रद्धालु फंस गये, जिन्हे तत्काल जवानों ने बचाने का काम करते हुए सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। करीब 40 श्रद्धालुओं को मुसीबत में फंसने से बचाया गया है। जलस्तर बढ़ने से क्षिप्रा के घाटो पर कई दो पहिया, चार पहिया वाहन खड़े थे, बहाव में वह भी डूबते दिखाई दे रहे थे। जिन्हे एसडीईआरएफ टीम ने रस्सी से बांधकर बाहर निकाल लिया। कमांडेंट ने बताया कि आम दिनों में भी एसडीईआरएफ और होमागर्ड के जवान क्षिप्रा के घाटो पर तैनात रहते है। जो लगातार मोटर बोट और संसाधनों के साथ पेट्रोलिंग करते रहते है। हर दिन श्रद्धालुओं को क्षिप्रा की गहराई में जाने से बचाया जाता है। मंगलवार को क्षिप्रा में आये उफान के बाद श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने पर जवानों को होमगार्ड डारेक्टर द्वारा पुरूस्कृत किया जायेगा।
होमगार्ड लाइन में किया पौधारोपण
होमगार्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि प्रदेश में एक पेड मां के नाम अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में होमगार्ड लाइन में 50 फलदार और छायादार पौधों को रोपण किया गया। पौधारोपण कार्यक्रम के अवसर पर संभागीय सेनानी रोहित पाठक ने सभी अधिकारियों और जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति संरक्षण के लिये किया गया पौधारोपण महत्वपूर्ण कार्य है। सभी जवान और अधिकारी आगामी 2 वर्षो तक रोपित पौधों देखभाल करेगें।