उज्जैन में मोहर्रम जुलूस में प्रतीकात्मक, घोड़े के नीचे दबे लोग, लाठीचार्ज

दौड़ी चली आ रही भीड़ एक-दूसरे और पुलिसकर्मियों पर गिरी, 

 

ब्रह्मास्त्र उज्जैन

उज्जैन में मोहर्रम जुलूस में प्रतीकात्मक घोड़े (बड़े साहब) को कंधे पर लेकर चल रहे लोग इसके नीचे दब गए। प्रतीकात्मक घोड़ा एक तरफ झुक गया, इतने में पीछे से दौड़ी चली आ रही भीड़ एक-दूसरे पर गिरी। तीन पुलिसकर्मी भी दब गए।

 

जुलूस में शामिल लोग पीछे से लगातार आगे की ओर दौड़े चले आ रहे थे, ऐसे में पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर लगातार आगे आ रही भीड़ को पीछे हटाया, इसके बाद दबे हुए लोगों को बचाया गया। उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि तीन पुलिसकर्मी और कुछ मुस्लिम समाज के लोग दबे थे। किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है।

 

एक युवक का बैलेंस बिगड़ा, प्रतीकात्मक घोड़ा एक ओर झुका
ल्ल उज्जैन शहर में बुधवार रात मोहर्रम के जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए। कमरी मार्ग से गीता कॉलोनी के लिए जा रहा जुलूस जब खजूर वाली मस्जिद के पास पहुंचा, तभी आगे की तरफ से प्रतीकात्मक घोड़े को कंधे पर लेकर चल रहा एक युवक सबसे पहले बैलेंस बिगड़ने पर गिरा। बाकी लोगों का भी बैलेंस बिगड़ा और प्रतीकात्मक घोड़ा एक ओर झुक गया।

 

ल्ल पुलिस प्रतीकात्मक घोड़े के नीचे दबे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन भीड़ भी लगातार आगे बढ़ी चली आ रही थी। पुलिस के तीन जवान भी चपेट में आकर रोड किनारे रखी बैरिकेड पर गिरे। भीड़ लगातार बढ़ रही थी। हालात संभालने क लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। आगे बढ़ रहे लोग रुके, तब जाकर दबे हुए लोगों को निकाला जा सका।

 

जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं
मंगलवार रात से शुरू हुआ मोहर्रम का जुलूस बुधवार सुबह 11 बजे तक गोपाल मंदिर पहुंचा। गीता कॉलोनी के बड़े साहब के इमाम बाड़े से गुरुवार तड़के जुलूस निकास चौराहा, नई सड़क, फव्वारा चौक, दौलत गंज, तोपखाना, लोहे का पुल, गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, कमरी मार्ग, खजूर वाली मस्जिद होते हुए इमाम बाड़े पर खत्म हुआ। जुलूस के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं।

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