रविवार को स्कूल आने की शासकीय स्कूलों में शिक्षकों ने पूर्व में ही विद्यार्थियों को दी है सूचना पहले दिन गुरू पूजन हुआ,निजी में दुसरे दिन के आयोजन असमंजस में -अशासकीय विद्यालयों खासकर सीबीएसई में दुसरे दिन के आयोजन असंमजस के घेरे में
दैनिक अवंतिका
उज्जैन। शासकीय स्कूलों में दो दिवसीय गुरू पर्व की शनिवार से शुरूआत हो गई है। सुबह से ही प्राचार्यों के गु्रप में शासन आदेशानुसार तय रूपरेखा के अनुरूप गुरू पर्व मनाने के फोटो और जानकारी वायरल होती रही हैं। इसके विरूद्ध अशासकीय विद्यालयों में खासकर सीबीएसई स्कूलों में प्रथम दिन का आयोजन तो हुआ है दुसरे दिन के आयोजन असमंजस में है यहां बच्चों को अवकाश की जानकारी दी गई है। न ही दुसरे दिन के आयोजन की तैयारी ही सामने आ रही है।
गुरू पुर्णिमा पर्व स्कूलों में 20-21एवं महाविद्यालयों,विश्वविद्यालयों में 21-22 को जुलाई को आयोजित करने के आदेश शासन स्तर से दिए गए हैं। इस तरह से यह पर्व तीन दिवसीय आयोजन का हो गया है। इस आयोजन के लिए अशासकीय एवं शासकीय शिक्षण संस्थाओं को निर्देशित किया गया है। शासकीय संस्थाओं में तो आयोजन को लेकर पूर्व नियोजित तैयारियां की गई हैं लेकिन विद्यालय स्तर पर अशासकीय में खासकर सीबीएसई विद्यालय इसके दुसरे दिन के आयोजन असमंजस में हैं। कान्वेंट संस्कृति के ऐसे विद्यालयों में पढने वाले विद्यार्थियों को रविवार 21 जुलाई एवं सोमवार 22 जुलाई दोनों दिनों के अवकाश की जानकारी मौखिक तौर पर दी गई है,जिससे आयोजन में विद्यार्थियों के रूझान की बात सामने रखकर उससे पल्ला झाडा जा सके।
शासकीय विद्यालयों में हुए आयोजन-
स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय उप सचिव प्रमोद सिंह ने आयोजन की रूपरेखा में स्पष्ट करते हुए आदेश में बताया था कि शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में 20 एवं 21 जुलाई को दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के निर्देशों के परिपालन में राज्य शासन ने यह निर्णय लिया है। दो दिवसीय आयोजन के तहत शासकीय विद्यालयों में गुरू पूर्णिमा उत्सव की शुरूआत शनिवार को की गई है। इसके तहत प्रार्थना सभा के पश्चात प्रार्थना स्थल पर शिक्षकों द्वारा गुरु पूर्णिमा के महत्व एवं पारंपरिक गुरु-शिष्य संस्कृति पर प्रकाश डाला गया । प्राचीन काल में प्रचलित गुरूकुल व्यवस्था एवं उसका भारतीय संस्कृति पर प्रभाव पर निबंध लेखन प्राथमिक स्तर से उपर के विद्यालयों में ही किया गया है।
अवकाश निरस्त,स्कूलों में आज ये आयोजन
रविवार को उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में स्कूलों में अवकाश निरस्त कर दिया गया है। इसकी अपेक्षा 22 जुलाई सोमवार का अवकाश घोषित किया गया है। रविवार को स्कूलों को लगाया जाएगा और साधु संतों, गुरूजनों, शिक्षकों, सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं पूर्व छात्रों, आमजनों की उपस्थिति में दुसरे दिन का आयोजन होगा। इसमें विद्यालयों में वीणा वादिनी मां सरस्वती वंदना, गुरु वंदना , दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण के साथ ही गुरूजनों एवं शिक्षकों का सम्मान किया जाएगा। शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा गुरु संस्मरण पर संभाषण होगा।
दुसरे दिन का आयोजन असमंजस में-
सामने आ रहा है कि कांवेंट संस्कृति के खासकर सीबीएसई स्कूलों में प्रथम दिन का आयोजन शनिवार को किया गया है। असेंबली प्रार्थना सभा के उपरांत गुरू पर्व को लेकर जानकारी दी गई और गुरू तिलक भी किया गया है। यहां के विद्यार्थियों ने शिक्षकों को तिलक कर उनका आशीर्वाद भी लिया है।इस दौरान शिक्षकों ने भी अपना उद्बोधन विद्यार्थियों को दिया ,लेकिन इन स्कूलों में बच्चों को रविवार के अवकाश निरस्ती को लेकर जानकारी न देते हुए सीधे तौर पर रविवार और सोमवार अवकाश की जानकारी दी गई है। ऐसे में इन स्कूलों में साधु संतों, गुरूजनों, शिक्षकों, सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं पूर्व छात्रों, आमजनों की उपस्थिति में दुसरे दिन के आयोजन पर असमंजस के बादल छाए हुए हैं।
-शासन आदेश तीन दिन पूर्व मिलने से हमने शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों को पूर्व सूचना दे दी थी। रविवार का अवकाश नगर निगम क्षेत्र के स्कूलों का निरस्त किया गया है। पहले दिन हमारे यहां गुरू पर्व के तहत करीब सभी स्कूलों में आयोजन हुआ है। दुसरे दिन विद्यार्थियों की संख्या कम हो सकती है,आयोजन का स्वरूप तय रूपरेखा अनुसार रहेगा। संभव है विद्यालय में आयोजन पश्चात अवकाश हो जाएगा।
-आनंद शर्मा,जिला शिक्षाधिकारी,उज्जैन