लूटने निकला था ज्वेलरी शॉप, बैंक दिख गई तो उसे ही लूट लिया

 

कर्जे से तंग आ सिक्योरिटी गार्ड बन बैठा लुटेरा

इंदौर। पंजाब नेशनल बैंक से छह लाख 64 हजार रुपये लूटने वाला गार्ड अरुण सिंह रिमांड पर है। उसने पत्नी से विवाद, बेटी की पढ़ाई और कर्ज चुकाने के लिए रुपये लूटना स्वीकारा है।
अफसरों ने अरुण के साथ हुई लूट की घटना से इनकार किया है। डीसीपी जोन-2 अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक अरुण को मेडिकल परीक्षण के बाद कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने पूछताछ और रुपये बरामद करने के लिए पांच दिन रिमांड पर सौंप दिया।
शुक्रवार को अफसरों ने अरुण से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह नौकरी छूटने के बाद परेशान हो गया था। बैंक ने दुनाली (बारह बोर) न होने के कारण नौकरी से निकाल दिया था। उस वक्त ओरियंटल बैंक थी। विलय होने के बाद पंजाब नेशनल बैंक हो गई।
नौकरी छूटने के कारण गार्ड की नौकरी करनी पड़ी। शराब पीने की लत लग चुकी थी। पत्नी प्रीति से विवाद होता रहता था। बेटी की कॉलेज की फीस भरने में दिक्कत आ रही थी। डेढ़ लाख रुपये का कर्ज भी हो गया था। मंगलवार को शराब पीने के बाद तय कर लिया था कि लूटपाट करना है।

लूटपाट करने ज्वेलरी शॉप पर पहुंचा था

लूट की वारदात करने के लिए ही माइन ज्वेलर्स पहुंचा, वहां पंजाब नेशनल बैंक खाली दिख गया। अंदर घुसने लगा तो दो लोग बाहर दिखाई दिए। डराने के लिए जाते ही गोली चलाई। रुपये लाकर पत्नी को दिए, तो विवाद किया। टीवी खरीदने का बोला और बस द्वारा आगरा जा पहुंचा। प्रीति टीवी खरीदकर ले आई। अरुण आगरा से मैनपुरी चला गया। डीसीपी के मुताबिक अरुण के साथ लूट नहीं हुई है। उसने रिश्तेदारों के पास रुपये छुपाना स्वीकारा है। पुलिस शेष राशि बरामद करने का प्रयास कर रही है।
पूछताछ यह बातें आई सामने
नौकरी छूटने के बाद परेशान हो गया था, इसी दौरान उसे शराब की लत लग गई। रुपये की तंगी हो गई थी, इसी बात से पत्नी प्रीति से विवाद होता रहता था।

बैंक अफसरों को आरबीआई की बताई गाइडलाइन

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार को बैंक अफसरों की बैठक ली। सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की गाइड लाइन का हवाला दिया गया। सिक्युरिटी फीचर्स को अपडेट करने के लिए कहा गया है। बैंक में फिजिकली और डिजिटली सिक्युरिटी मजबूत बनाने को कहा है।