4 माह बाद फिर धावा, कैमरे में मिले बंद बदमाशों ने उखाड़ी नारायणाधाम मंदिर में लगी दानपेटी
उज्जैन। भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की दोस्ती का प्रतिक अतिप्राचिन मंदिर नारायणाधाम बदमाशों के निशाने पर बना हुआ है। शनिवार-रविवार रात फिर से बदमाशों ने धावा बोला। इस बाद दानपेटी ही उखाड़कर साथ ले गये है। इससे पहले तोड़कर राशि चोरी की जा रही थी। महिदपुर-उज्जैन मार्ग पर बने नारायणाधाम मंदिर में रविवार सुबह पुजारी महेश शर्मा पूजा अर्चना के लिये पहुंचे तो मंदिर परिसर में लगी दानपेटी गायब दिखाई दी। रात में बदमाशों ने जमीन में स्थाई तौर पर लगाई गई दानपेटी को उखाड़ लिया था। जैसे ही खबर फैली मंदिर से जुड़े श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई। आरोप लगाया गया कि पुलिस की सख्त कार्रवाई नहीं होने से बदमाशों के हौंसले बुलंद हो चुके है। मार्च माह में बदमाशों ने मंदिर में धावा बोलकर दानपेटी को ऊपर से तोड़कर राशि चोरी करने की वारदात को अंजाम दिया था। इससे पहले भी 2 बाद बदमाश वारदात को अंजाम दे चुके है। हर बार पुलिस बदमाशों को पकड़ने का आश्वसन देती है लेकिन बदमाश पकड़े नहीं जा रहे है। इस बार तो दानपेटी अपने साथ लेकर गये है। मंदिर में हुई चोरी की वारदात का पता चलते ही महिदपुर पुलिस जांच के लिये पहुंच गई थी। इस बार फिर मंदिर में लगे कैमरे बंद होना सामने आये। टीआई राजवीरसिंह गुर्जर ने बताया कि पूर्व में भी हुई चोरी के दौरान कैमरे बंद पाये गये थे। जिसके चलते बदमाशों का पता लगा पाना मुश्किल हो रहा है। टीआई गुर्जर ने चोरी को लेकर संदेह भी जाहिर किया। उनका कहना था कि रात में कुछ लोग मंदिर में सो रहे थे, उसके बाद भी बदमाश दानपेटी चोरी कर ले गये है। फिलहाल वारदात में शामिल बदमाशों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर से उखाड़ी गई दानपेटी आसपास कहीं नहीं मिली है।
3 दिन पहले खोली गई थी दानपेटी
बदमाशों द्वारा उखाड़ी गई दानपेटी में राशि का पता लगाने के लिये पुलिस ने मंदिर के पुजारी से जानकारी प्राप्त की तो सामने आया कि दानपेटी को तीन दिन पहले ही खोला गया था। जिसके चलते उसमें दानराशि अधिक नहीं रही होगी। फिर भी मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ो श्रद्धालु आते है। जिसमें बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी शामिल है। संभवत: दानराशि हजारों में हो सकती है। पूर्व में भी दानपेटी तोड़कर हजारों की राशि बदमाश चोरी कर चुके है।
आसपास के बदमाशों पर चोरी की आशंका
पुलिस को आशंका है कि हर तीन-चार माह में हो रही चोरी में आसपास के बदमाश शामिल हो सकते है। जिनकी नजर मंदिर पर बनी रहती है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि मंदिर को लेकर कुछ विवाद की स्थिति भी बनी हुई है। जिसके चलते चोरी में मंदिर से जुड़े किसी व्यक्ति का तो हाथ नहीं है। इस बार पुलिस सभी बिंदूओं पर जांच कर वारदात करने वालों का पता लगाने में जुटी हुई है।