सावन में बढ़ गई उज्जैन के पंडितों की डिमांड….अभिषेक और पूजन कराने के लिए बुकिंग
उज्जैन। श्रावण माह का पहला सोमवार भले ही आज हो लेकिन सावन माह शुरू होने के साथ ही उज्जैन के पंडितों की डिमांड भी बढ़ गई है। दरअसल ये डिमांड उज्जैन शहर के साथ ही आस-पास के शहरों और कुछ प्रदेशों में है। जहां के श्रद्धालु श्रावण के अवसर पर रूद्राभिषेक और पूजन कराने के लिए पहले से ही बुकिंग करा चुके है। आलम यह है कि श्रावण के पहले सोमवार के एक दो दिन पहले भी पंडितों के पास फोन आ ही रहे है।
बता दें कि उज्जैन में पंडितों की संख्या कम नहीं है और इनकी ख्याति भी विद्वत्ता में अच्छी खासी है। यही कारण है कि शहरी क्षेत्र के साथ ही बाहरी शहरों में भी पंडितों को बुलाया जा रहा है। इसके अलावा ऑनलाइन पूजा कराने वालों की भी कमी नहीं है। इसके अलावा देवालयों में भी देश-विदेश से ऑनलाइन पूजा के लिए बुकिंग कराई गई है।रुद्राभिषेक और अनुष्ठान कराने जाएंगे। पंडितों ने बताया कि सावन में पूजा के लिए बाहर से काफी यजमानों ने बुकिंग कराई है। कहीं एक दिन तो कहीं तीन, पांच और 11 दिनों के अनुष्ठान होंगे। सावन में शिवालयों में रुद्राभिषेक के अलावा रुद्री, रुद्र यज्ञ, पार्थिव शिवलिंग पूजन, नमक चमक रुद्राभिषेक आदि अनुष्ठान होता है।
शिवालयों में सबसे ज्यादा बुकिंग सावन के सोमवार के दिन की है। जबकि शहर में ऑनलाइन पूजन व अनुष्ठान के लिए भी बुकिंग है। हिंदू धर्म में सावन मास को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। सावन के महीने में भगवान शिव की भक्ति का विशेष महत्व है। इस महीने को कई जगहों पर पर्व के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है और सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। शास्त्रों में बताया गया है भगवान शिव को सावन का महीना अति प्रिय है। ऐसा इसलिए क्योंकि पर्वतराज हिमालय की पुत्री माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए सावन के महीने में कठोर तपस्या की और इससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उनकी यह मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद दिया था। इसलिए मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना करने से वह आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं।