भोजशाला : आज खुलेगी लिफाफे में बंद सर्वे रिपोर्ट, हाईकोर्ट में होगी सुनवाई

 

इंदौर। भोजशाला मामले में आज मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के समक्ष सुनवाई होगी। भोजशाला परिसर में 98 दिन चले सर्वे के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने बंद लिफाफे में अपनी सर्वे रिपोर्ट 15 जुलाई को हाई कोर्ट में प्रस्तुत कर दी थी।
कोर्ट आज इन लिफाफों को खोलेगी। इसके बाद ही अधिकृत रूप से पता चलेगा कि रिपोर्ट में क्या है। हालांकि मामले से जुड़े पक्षकार दावा कर रहे हैं कि सर्वे में एएसआई को इस बात के पक्के साक्ष्य मिले हैं कि भोजशाला मंदिर ही है।
हिंदू देवी-देवताओं की मिली मूर्ति
एएसआई को वहां की खुदाई में देवी-देवताओं की कई मूर्तियां मिली हैं। इसके अलावा स्तंभों की जांच भी स्पष्ट कह रही है कि ये मंदिर के स्तंभ हैं। सर्वे में भोजशाला के परमारकालीन होने की भी पुष्टि हुई है। दरअसल, हाई कोर्ट ने एएसआई को आदेश दिया था कि वह सर्वे रिपोर्ट कोर्ट के पटल पर रखने के साथ ही इस रिपोर्ट की एक-एक प्रति मामले से जुड़े सभी पक्षकारों को उपलब्ध करवाए।

सुप्रीम कोर्ट में भी होनी है सुनवाई

भोजशाला मामले में हिंदू फ्रंट फार जस्टिस की ओर से प्रस्तुत आवेदन पर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होनी है। मप्र हाई कोर्ट ने 11 मार्च 2024 को एएसआई को आदेश दिया था कि वह भोजशाला का सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मौलाना कमालुद्दीन वेलफेयर सोसायटी ने इस आदेश को चुनौती देते हुए एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की थी।
इसकी सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक अप्रैल 2024 को आदेश दिया था कि सर्वे पर रोक नहीं है लेकिन हाई कोर्ट इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर कोई आदेश जारी नहीं करेगा। हिंदू फ्रंट फार जस्टिस एक अप्रैल के इस अंतरिम आदेश को निरस्त करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है।

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