-घेराबंदी देख भाग रहे थे, बदमाशों के टूटे हाथ-पैर बेसबॉल के डंडे से हमला कर लूटा था 1.20 लाख से भरा गल्ला
उज्जैन। अनाज व्यापारी पर बेसबॉल के डंडे से हमला कर 1.20 लाख से भरा गल्ला लूटकर भागने वाले बदमाशों को पकड़ने के लिये पुलिस ने घेराबंदी की तो भागने के चक्कर में हाथ-पैर टूट गये। पुलिस ने हिरासत में लिया और लूटा गया गल्ला और उसमें रखे 1.20 लाख के बाद वारदात में प्रयुक्त बाइक जप्त कर ली। 9 दिन में मिली सफलता का एसपी प्रदीप शर्मा ने मंगलवार को खुलासा किया।
बड़नगर तहसील में शिवाजी पथ पर रहने वाले 63 वर्षीय मनोहर पिता फूलचंद खोबिया (जैन) कैसूररोड सांवरिया चौपाटी पर अनाज (गल्ले) की दुकान संचालित करते है। 13 जुलाई की सुबह रोजना तरह 5 बजे दुकान खोलने पहुंचे थे। उनके पास झोले में 1.20 लाख रूपये थे। दुकान पहुंचने के बाद रूपये गल्ले में रख दिये और सफाई करने लगे। तभी बाइक पर 3 नकाबपोश बदमाश आये और व्यापारी मनोहर खोबिया पर बेसबॉल के डंडे से हमला किया। व्यापारी के घायल होते ही एक बदमाश ने लकड़ी का गल्ला उठाया, जिसमें 1.20 लाख रूपये रखे थे, लेकर भाग निकले। अनाज व्यापारी के साथ सुबह-सुबह हुई लूट की वारदात को लेकर पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया और तलाश में जुट गई। तीनों नकाबपोश काले रंग की बाईक लाल पट्टे वाली पर सवार होकर आये थे। घायल व्यापरी ने बताया कि बदमाश ग्राम लोहाना की ओर भागे है। 9 दिनों की तलाश के बाद पुलिस की टीम गौतमपुरा ग्राम रूनजी पहुंच गई। जहां बदमाशों की घेराबंदी की गई। तीनों बदमाशों ने पुलिस को देख भागने का प्रयास किया लेकिन गिरने पर हाथ-पैर टूटने से हिरासत में आ गये। पूछताछ में वारदात कबूल करने पर उनकी निशानदेही से लूट की राशि के साथ बाइक बरामद की गई। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि बदमाश असलम पिता सलीम मंसूरी 24 वर्ष पिंजारा मोहल्ला, मनीष उर्फ उमेश पिता लाखन भील 20 वर्ष ग्राम रूनजी और जाहिद पिता नजीर मंसूरी 25 वर्ष पिंजारा मोहल्ला रूनजी गौतमपुरा के रहने वाले है। बदमाशों में शामिल जाहिद रतलाम के नामली में डकैती में शामिल रह चुका है। उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज होना सामने आया है।
एक दिन पहले आये थे बड़नगर
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि वारदात से एक दिन पहले असलम और जाहिद बड़नगर आये थे। उन्होने व्यापारी पर नजर रखी और योजना तैयार की। दूसरे दिन तीसरे साथी उमेश उर्फ मनीष के साथ तड़के चार बजे वापस बड़नगर पहुंचे, उन्हे पता था कि व्यापारी सुबह 4 से 5 बजे के बीच दुकान खोलने आता है और अनाज खरीदी के लिये साथ में लाखों रूपये भी लाता है। बदमाशों ने योजनानुसार लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
दोस्त की मांगकर लाये थे बाइक
एसडीओपी महेन्द्रसिंह परमार ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस टीम ने बदमाशों का पता लगाने के लिये 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। जिसके आधार पर बाइक मालिक शुभम पिता बंशीलाल तक पहुंचे। वह गौतमपुरा मंडी में दुकान संचालित करता है। पूछताछ करने पर उसने बताया कि 12 जुलाई की शाम असलम बाइक लेने आया था। उसने बताया था कि परिवार के व्यक्ति को इलाज के लिये अस्पताल लेकर जाना है। असलम परिचित था, उसे बाइक दी थी।
रूपये निकालकर झाडियों में फैंका गल्ला
हाथ-पैर टूटने के बाद हिरासत में आये तीनों बदमाशों ने बताया कि गल्ला लूटने के बाद उसमें रखे रूपये निकाल लिये थे। खाली गल्ला दुकान से 1 कि.मी. दूर कैसूर-लोहान रोड़ पर झाडियों में फैक दिया था। रूनजी पहुंचने के बाद 60 हजार असलम, 20 हजार उमेश उर्फ मनीष और 40 हजार रूपये जाहिद ने आपास में बांट लिये थे। पुलिस ने पूरी राशि बरामद करने के साथ 1 लाख कीमत की बजाज पल्सर क्रमांक एमपी 09 डीसी 5852 जप्त की है।