युग पुरूष धाम में बच्चों की मौत का मामला, रजिस्टर में बच्चों की संख्या के आंकड़ों में गड़बड़झाला, कलेक्टर ने हटाया था तीन जिम्मेदारों को
इंदौर। इंदौर के युगपुरुष धाम में बच्चों की मौत का मामला अभी ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने आश्रम के तीन महत्वपूर्ण पदाधिकारियों को पद से हटाने के आदेश जारी कर दिए थे वहीं आश्रम के रजिस्टर में जिन बच्चों की संख्या दर्ज है उसमें भी गड़बड़ी सामने आने का मामला जानकारी में आया है। बताया गया है कि आश्रम के रजिस्टर में तीन सौ बच्चों का नाम दर्ज है लेकिन आश्रम के कर्ताधर्ता महज यह आंकडा 206 ही बता रहे है। इसके अलावा दो जांच रिपोर्ट भी सामने आई है बावजूद इसके आश्रम की गडबडी पूरी तरह से सामने नहीं आ सकी है
छह नहीं 10 बच्चों की मौत
पंचकुईयां स्थित युगपुरुष धाम आश्रम में छह नहीं 10 बच्चों की मौत हुई थी। संचालकों ने बच्चों की मौत की जानकारी छुपाई और गुपचुप तरीके से परिजनों को शव सौप दिए। इन बच्चों का पीएम भी नहीं कराया गया।
एफआइआर दर्ज नहीं होगी
उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ। रिपोर्ट के बाद कलेक्टर अशीष सिंह ने आश्रम के अध्यक्ष, सचिव और संचालिका को हटा दिया। संचालकों की लापरवाही की वजह से 10 बच्चों ने असमय अपनी जान गवा दी, फिर भी संचालकों पर एफआईआर दर्ज नहीं होगी।
आश्रम में 200 बच्चे ही प्रशासन को मिले थे
जांच समिति ने बच्चों से जुड़े आश्रम के रजिस्टर्ड और अन्य रिकॉर्ड भी जब्त किए थे। आश्रम के रजिस्टर्ड में 300 बच्चों का नाम दर्ज था। जबकि आश्रम में 200 बच्चे ही प्रशासन को मिले थे। जांच दल को आश्रम प्रबंधन ने अन्य बच्चों को डब्ल्यूसी के निर्देश पर अन्य जिलों और अन्य संस्था में स्थानांतरित करने के दस्तावेज दिखाए। कुछ बच्चों को परिजन लेकर जाने की बात भी कही गई।हालाकि इसकी जांच प्रशासन ने नहीं कराई, जिससे बच्चों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने की स्थिति स्पष्ट हो सके।