ई-अटेंडेंस का विरोध कर पटवारियों ने सौंपा ज्ञापन

ब्रह्मास्त्र देवास

प्रांतीय पटवारी संघ के आह्वान पर पटवारियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पटवारियों की ओर से जमकर नारेबाजी भी गई। प्रांतीय पटवारी संघ के प्रदेश सचिव धर्मेंद्र चौबे ने बताया कि जिलेभर के पटवारी सर्किट हाऊस पर एकत्रित हुए। जहां पटवारियों ने इस संबंध में अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए अपने विचार रखे।

तत्पश्चात आगामी रूपरेखा के बारे में चर्चा की गई। वहां से रैली के रूप में सभी पटवारी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि ई-अटेंडेंस शासकीय विभाग के कर्मचारियों के लिए अभी लागू नहीं की गई है। फिर भी पटवारी पर लागू की जा रही है। ऐसे में हम फील्ड पर रहते हैं और कई जगह पर नेटवर्क नहीं मिलते हमसे लोकेशन की भी बात की जा रही है। इसके साथ ही हम शासकीय योजना का कार्य करते हैं। वही मुख्यमंत्री कई बार हम को अपशब्द भी कहते हैं। इसको लेकर भी पटवारियों में आक्रोश है। इसके साथ ही राजस्व अभियान के काम को लेकर भी हम पर बहुत अधिक दबाव बनाया जा रहा है। पटवारियों का कहना है कि हमारा कार्यालयीन समय निर्धारित किया जाए, ताकि उस निर्धारित समय के पूर्व और उसके बाद कार्य करने को हम बाध्य नहीं रहे। पटवारियों को बीते पांच महीने से वेतन भत्ते नही मिले है, जिससे आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। पटवारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राजस्व महाअभियान 1.0 चलाया, जिसमें दिए गए लक्ष्य को पटवारियों ने पूरा किया। राजस्व मंत्री ने अभियान को सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर मांगे पूरी करने की बात कही थी, जो भी आज तक पूरा नहीं हो सकी।
स्मरण पत्र के माध्यम से पटवारियों ने राजस्व महाअभियान के दौरान आने वाली पांच प्रमुख समस्याएं भी गिनाई। पांच सूत्रीय मांगें पूर्ण करने की गुहार लगाई। इस अवसर पर कार्यवाह जिलाध्यक्ष दिलीप जाट, देवास तहसील अध्यक्ष अजय वर्मा बब्लू, सोनकच्छ तहसील अध्यक्ष ब्रजकिशोर पटेल, हाटपीपल्या तहसील अध्यक्ष कपिल चौधरी, बागली तहसील अध्यक्ष संजय पवार, उदयनगर तहसील अध्यक्ष पूनमचंद देवडा, कन्नौद तहसील अध्यक्ष सतीष उपाध्याय, खातेगांव तहसील अध्यक्ष ओमप्रकाश कर्मा, टोंकखुर्द तहसील अध्यक्ष शंकरलाल पंडया सहित बड़ी संख्या में महिला, वरिष्ठ एवं कनिष्ठ पटवारी उपस्थित थे।